WCR में शत-प्रतिशत फॉग सेफ्टी डिवाइस का हो रहा उपयोग, सुचारू रेल परिचालन में बढ़ी सक्रियता

जबलपुर. सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए रेलवे में कोहरे के दौरान फॉग सेफ्टी डिवाइस का उपयोग किया जा रहा है। इससे ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार, देरी को कम करने और समग्र यात्री सुरक्षा को बढ़ावा मिल रहा है। पमरे के तीनों मण्डलों में जिसमें जबलपुर मण्डल में 554 एफएसडी, भोपाल मण्डल में 341 एफएसडी एवं कोटा मण्डल में 455 एफएसडी सहित कुल 1350 फॉग पास डिवाइस स्थापित कर शत-प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है। 

फॉग सेफ्टी डिवाइस एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है। यह लोको पायलटों को सिग्नल, लेवल क्रॉसिंग गेट (मानवयुक्त और मानव रहित), स्थायी गति प्रतिबंध, तटस्थ खंड आदि जैसे निश्चित स्थलों के बारे में ऑन-बोर्ड वास्तविक समय की जानकारी (प्रदर्शन के साथ-साथ आवाज मार्गदर्शन) प्रदान करता है। इस प्रणाली से भौगोलिक क्रम में आने वाले अगले तीन निश्चित स्थलों में से लगभग 500 मीटर तक ध्वनि संदेश के साथ-साथ अन्य संकेतक मिलते हैं।

फॉग सेफ्टी डिवाइस की विशेषताएं

1- सभी प्रकार के अनुभागों जैसे सिंगल लाइन, डबल लाइन, विद्युतीकृत और गैर विद्युतीकृत अनुभागों के लिए उपयुक्त।

2- सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक इंजनों, ईएमयू/एमईएमयू/डीईएमयू के लिए उपयुक्त।

3- 160 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति के लिए उपयुक्त।

4- इसमें 18 घंटे के लिए बिल्ट-इन रीचार्जेबल बैटरी बैकअप है।

5- यह पोर्टेबल, आकार में कॉम्पैक्ट, वजन में हल्का (बैटरी सहित 1.5 किलोग्राम से अधिक नहीं) और मजबूत डिजाइन वाला है।

6- लोको पायलट अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने पर डिवाइस को अपने साथ आसानी से लोकोमोटिव तक ले जा सकता है।

7- इसे लोकोमोटिव के कैब डेस्क पर आसानी से रखा जा सकता है।

8- यह एक स्टैंडअलोन प्रणाली है।

9- यह कोहरे, बारिश या धूप जैसी मौसमी स्थितियों से अप्रभावित रहता है।

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