घोड़ी पर बैठकर दूल्हे को इनविटेशन देने पहुंची दुल्हन, बोली लड़के ही हमेशा क्यों फन करें..!

 

उज्जैन। एमपी के उज्जैन में आज आयोजित एक शादी समारोह चर्चा का विषय बन गया। यहां पर दुल्हन घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे को शादी का इनविटेशन देने पहुंच गई। रास्ते भर बैंड-बाजा, बाराती व जश्न के बीच दुल्हन की यह अनोखी एंट्री देखने सैकड़ों लोग रुक गए। जहां-जहां से बारात गुजरी लोग रुककर इस नजारे को उत्सुकता से देखते रहे।                                                                           

                              बताया गया है कि अहमदाबाद स्थित साउथ इंडियन बैंक में क्लास वन अधिकारी और इंदौर निवासी अपूर्वा ओझा की शादी उज्जैन के केजीसी होटल में हुई। फेरे से पहले अपूर्वा अपने होने वाले पति बड़ोदा निवासी हर्ष दवे को पूर्वजों के जमाने से चली आ रही परंपरा के तहत निमंत्रण देने के लिए सजे-धजे बारात के साथ पहुंचीं। दुल्हन के जोड़े में सजी अपूर्वा जब चश्मा लगाकर घोड़ी पर बैठीं तो पूरा माहौल उत्साह से भर गया। करीब डेढ़ घंटे तक वह घोड़ी पर नाचते-गाते जुलूस के साथ चलती रहीं। हर कोई घोड़ी पर बैठी दुल्हन के फोटो-वीडियो बनाता दिखाई दिया। कई राहगीर लंबे समय तक जुलूस के साथ चलते रहे।                                                              


दुल्हन ने कहा हम भी फन कर सकते है-

अपूर्वा का कहना था कि उनके समाज में यह प्रथा सालों से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि ये राजस्थान के श्रीमाली समाज की परंपरा है कि दुल्हन घोड़े पर बैठकर दूल्हे के पास जाती है। लड़के ही क्यों हमेशा फन करें। अपूर्वा ने कहा हमारे समाज में महिलाओं को पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का मौका है। इसलिए मैंने यह परंपरा निभाने का फैसला किया। बहुत मजा आया। इंदौर, बैंगलोर और बड़ोदा से उनकी कई सहेलियां भी सिर्फ यह अनोखी परंपरा देखने उज्जैन पहुंची थीं।

दूल्हा ने कहा, आज भी निभा रहे वर्षों पुरानी परंपरा-

अपूर्वा के होने वाले पति हर्ष ने दुल्हन की एंट्री पर खुशी जताते हुए कहा हमारे समाज में पहले दुल्हन इसके बाद दूल्हा घोड़ी पर बैठता है। यह वर्षों पुरानी परंपरा है। इसे निभाने पर मुझे गर्व है। दुल्हन का इस तरह घोड़ी पर सवार होकर पहुंचना मेरे लिए बहुत खुशी की बात है।


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