नीमच। एमपी के नीमच स्थित शालीमार कालोनी में आज शाम 4 बजे के लगभग चीख पुकार मच गई। जब घर के आंगन में खेल रही चार साल की मासूम बच्ची अलशिफा को स्ट्रीट डाग मुंह में दबाकर घसीटते हुए ले गए। बच्ची के चिल्लाने पर आसपास के लोग पीछा करते हुए पहुंचे और बच्ची को बचाया। उस वक्त तक कुत्तों ने बच्ची को बुरी तरह नोंच लिया था। बच्ची को अस्पताल पहुंचाया जहां पर हालत गंभीर बनी हुई है।
बताया गया है कि शालीमार कालोनी निवासी फिरोजा की चार साल की बेटी घर के आंगन में खेल रही थी। इस दौरान आवारा कुत्तों का झुंड उसपर टूट पड़ा और आंगन से घसीटते हुए बाहर लेकर आ गया। कुत्तों ने बच्ची को बुरी तरह नोंच डाला, शोर सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए और उन्होने किसी तरह बच्ची को छुड़ाया और तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची के चेहरे और आंख के पास गहरे जख्म हैं। डाक्टरों का कहना है कि बच्ची के चेहरे पर ज्यादा घाव हैं। कुत्तों ने बच्ची को दिमाग के पास काटा है। उसे रैबीज के इंजेक्शन के साथ-साथ हीमोग्लोबिन भी लगाया गया है। बच्ची की लगातार निगरानी की जा रही है। बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है। गौरतलब है कि कैंट इलाके के शालीमार कॉलोनी में इससे पहले भी दो ऐसे मामले सामने आए थे। इनमें आवारा कुत्ते एक बच्ची और एक महिला को काट चुके हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कॉलोनी में आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। नगर पालिका से कई बार शिकायत की गई। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों में डर का माहौल है। बच्चे घरों के बाहर खेलने से कतराने लगे हैं।सुप्रीम कोर्ट का आदेश, स्कूल,अस्पताल से आवारा कुत्ते हटाएं-
सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को स्कूल, कॉलेज, अस्पताल व बस स्टैंड से दूर रखने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने कहा कि स्कूल-कॉलेज व अस्पतालों में बाड़ लगाई जाए ताकि कुत्ते वहां न पहुंच सकें। कोर्ट ने कहा कि पकड़े गए आवारा कुत्तों को उसी जगह पर वापस नहीं छोड़ा जाए, जहां से उन्हें उठाया गया था। उन्हें शेल्टर होम में रखा जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि स्कूलों, अस्पतालों, खेल परिसरों, बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों जैसे संस्थागत क्षेत्रों में बार-बार डॉग बाइट की घटनाएं सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही नहीं बल्कि सिस्टम की विफलता दिखाती हैं। कोर्ट ने सभी नेशनल और स्टेट हाईवे से आवारा पशु हटाने का आदेश भी दिया। सभी राज्यों के मुख्य सचिव इन आदेशों का सख्ती से पालन कराने को कहा है।