कोटा. पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में रेलवे क्वार्टर को अवैध रूप से किराए पर देना एक कर्मचारी को महंगा पड़ गया। कोटा रेल मंडल के डीआरएम अनिल कालरा ने मंडल निरीक्षण के दौरान मामला पकड़े जाने पर संबंधित कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया।
डीआरएम अनिल कालरा सोमवार को गंगापुर-मथुरा रेलखंड के निरीक्षण पर थे। इसी दौरान उन्होंने मथुरा-भरतपुर रेल खंड स्थित मुंडेसीरामपुर में रेलवे कॉलोनी का औचक जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान एक रेलवे क्वार्टर में डीआरएम को कुछ गैर-रेलवे लोग और निर्माण सामग्री मिली।
पूछताछ करने पर क्वार्टर में मौजूद लोगों ने खुलासा किया कि उन्होंने यह रेलवे क्वार्टर पॉइंट्समैन तूहीराम मीणा से किराए पर लिया हुआ है। कर्मचारियों ने बताया कि तूहीराम ने यह क्वार्टर एक रेलवे ठेकेदार को किराए पर दे रखा था, जिसका काम भी वहीं चल रहा था।
कर्मचारी निलंबित, जांच शुरू
मामले की गंभीरता को देखते हुए, डीआरएम अनिल कालरा ने तत्काल पॉइंट्समैन तूहीराम मीणा को निलंबित करने के आदेश दिए। तूहीराम को कोटा भी बुलाया गया, जहां उसके बयान दर्ज किए गए। भरतपुर यातायात निरीक्षक और सुपरवाइजर ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर तूहीराम पर आगे की कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।
पूरे मंडल में कई कर्मचारी आवंटित रेल आवास किराये पर दिये
बताया जाता है कि यह समस्या केवल मुंडेसीरामपुर तक सीमित नहीं है। खबर के अनुसार, ठेकेदार या अन्य गैर-रेलवे लोगों को आवास किराए पर देने की यह समस्या पूरे कोटा रेल मंडल में व्याप्त है। पूरे मंडल में दर्जनों कर्मचारियों ने अपने रेल आवास अवैध रूप से किराए पर दे रखे हैं। कोटा शहर में भी बड़ी संख्या में ऐसे मामले हैं, जहां कर्मचारियों ने अपने क्वार्टर किराए पर दिए हैं।
