नवरात्र में ट्रेस गिरने से घायल जुगल पटेल ने तोड़ा दम,मौत की खबर से फूटा जनाक्रोश, सड़क पर बैठकर न्याय की मांग
जबलपुर। गोराबाजार थाना क्षेत्र में दुर्गा उत्सव के दौरान हुए दर्दनाक हादसे में घायल युवक ने रविवार तड़के दम तोड़ दिया। 7 अक्टूबर को लोहे का ट्रेस गिरने से गंभीर रूप से घायल हुए जुगल किशोर (जुगल पटेल) ने देर रात अस्पताल में आखिरी साँस ली। जुगल की मौत की खबर जैसे ही इलाके में पहुँची, पूरा क्षेत्र चौक शोक और आक्रोश से भर उठा। सुबह होते ही भीड़ उमड़ पड़ी और परिजन सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने जबलपुर–मंडला मार्ग पर शव रखकर धरना शुरू कर दिया। लोगों ने दुर्गा उत्सव समिति के पदाधिकारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज करने और परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की माँग की है। तनावपूर्ण हालात देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
एक चूक, जिसकी कीमत जान से चुकानी पड़ी
7 अक्टूबर को आजाद चौक में दुर्गा उत्सव के लिए लगाया गया भारी लोहे का ट्रेस अचानक भरभराकर गिर पड़ा। उसी समय सदर की ओर जा रहे जुगल पटेल उसकी चपेट में आ गए। सिर और शरीर पर गंभीर चोटें आने से उनकी स्थिति नाजुक हो गई। पहले जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज में इलाज चला, पर अंततः जीवन की डोर टूट गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रतिमा विसर्जन के दो दिन बाद तक भी ट्रेस को हटाया नहीं गया था। दुकानदारों ने बार-बार मंच हटाने की अपील की, लेकिन समिति के सदस्यों ने ध्यान नहीं दिया। थोड़ी सी तेज हवा चली और ट्रेस गिरकर बड़ा हादसा हो गया। इसमें आसपास खड़ी कई गाड़ियों को भी भारी नुकसान हुआ था।जुगल पटेल की मौत ने क्षेत्र में गहरी पीड़ा, गुस्सा और सवाल छोड़ दिए हैं,क्या यह हादसा टल सकता था? क्या लापरवाही ने एक निर्दोष की जान ले ली?
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगें
- दुर्गा उत्सव समिति पर एफआईआर
- 25 लाख रुपये का मुआवजा
- परिवार के एक सदस्य को नौकरी
- आयोजन की लापरवाही की उच्च स्तरीय जांच
- ट्रेस को विसर्जन के बाद हटाया नहीं गया
- दुकानदारों की शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया
- तेज हवा के बावजूद ट्रेस को सुरक्षित नहीं किया गया
- हादसे से पहले भी कई बार चेतावनी दी गई थी
