जिले की 74 लोकेशन पर नजर, एआई सर्वे बताएगा कहाँ हो सकती है बढोत्तरी
जबलपुर। शहर में प्रॉपर्टी खरीद–फरोख्त करने वालों के लिए बड़ी खबर है। जबलपुर में एक बार फिर प्रॉपर्टी की दरें बढ़ने की संभावना तेज हो गई है। वित्तीय वर्ष 2026–27 के लिए नई कलेक्टर गाइडलाइन तैयार करने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है। पंजीयन महानिरीक्षक अमित तोमर द्वारा जारी आदेशों के बाद जिले में मूल्यांकन समितियाँ अब सक्रिय मोड में आ गई हैं। निर्देशों के अनुसार जबलपुर जिले की उप–मूल्यांकन समिति को 15 जनवरी 2026 तक नई प्रस्तावित दरें तैयार कर जिला मूल्यांकन समिति को भेजनी होंगी। इसके बाद समिति जनता, संस्थाओं और संगठनों से सुझाव लेकर 30 जनवरी तक दरों को अंतिम रूप देगी। जिला स्तर पर प्रस्ताव तैयार होने के बाद इन्हें 15 फरवरी तक केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड को भेजा जाएगा। शासन की स्वीकृति मिलने पर 31 मार्च 2026 से नई दरें लागू हो जाएंगी। जबलपुर प्रदेश के उन प्रमुख शहरों में शामिल है जहाँ रजिस्ट्री और प्रॉपर्टी ट्रांजैक्शन सबसे अधिक होते हैं। शहर के 74 से ज्यादा सक्रिय लोकेशनों पर एआई आधारित सर्वे, रियल टाइम प्रॉपर्टी वैल्यू, रजिस्ट्री डेटा और फील्ड रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि किन इलाकों में दरें बढ़ाई जाएँ।
-ये हैं निशाने पर
माना जा रहा है कि निर्माण लागत दर इस बार भी स्थिर रह सकती हैं, लेकिन प्लॉट, कमर्शियल ज़ोन और नई विकसित कॉलोनियों में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है। शहर में चल रहे विकास कार्य,स्मार्ट सिटी रोड, फ्लाईओवर, बायपास विस्तार भी कई इलाकों की जमीन दरें बढ़ाने के प्रमुख आधार बनेंगे। खासकर उन क्षेत्रों में दरें बढ़ने की उम्मीद है जहाँ भूमि अधिग्रहण जारी है या नए प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं।
किन क्षेत्रों में बढ़ सकती हैं दरें
बायपास और नई कॉलोनियों वाले क्षेत्र
स्मार्ट सिटी कॉरिडोर के आसपास
विजय नगर,बरगी रोड व भेड़ाघाट बेल्ट
रांझी, अधारताल, कटंगा, ग्वारीघाट
प्रमुख कमर्शियल क्षेत्र और इंडस्ट्रियल ज़ोन
