हल्द्वानी/रीवा। एमपी के रीवा में रहने वाले दो सगे भाईयों ने नैनीताल के काठगोदाम पहुंचकर जहरीली वस्तु का सेवन कर लिया। बड़े भाई शिवेश मिश्रा की उपचार के दौरान मौत हो गई, वहीं ब्रजेश की हालत नाजुक बनी हुई है। इस मामले में दोनों के मामा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि बुआ ने आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर किया है। मामा अंबिका पांडे आज नैनीताल पहुंचे है। गौरतलब है कि 6 माह पहले दोनों के माता-पिता ने भी आत्महत्या की थी।
जंगल में बेहोशी की हालत में मिले दोनों भाई-
खबर है कि दोनों भाई काठगोदाम के बलूटी रोड स्थित जंगल में बेहोशी की हालत में मिले थे। खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे ओर दोनों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में भरती कराया। बड़े भाई शिवेश मिश्रा उम्र 22 वर्ष की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं छोटा भाई बृजेश मिश्रा 20 वर्ष का इलाज अभी भी जारी है। जांच में सामने आया कि दोनों भाई माता-पिता की मौत और बेरोजगारी के चलते मानसिक रूप से तनाव में थे। वे रोजगार की तलाश में मध्यप्रदेश से पुणे जाने के लिए निकले थे, लेकिन उत्तराखंड आकर यह खौफनाक कदम उठा बैठे।
मामा को कॉल कर कहा, घर में झगड़ा हो गया पुणे जा रहे हैं-
अंबिका पांडेय मध्यप्रदेश के रीवा में ग्राम मणिकवार के रहने वाले हैं उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर को दोनों भाइयों ने फोन पर कहा था कि घर में झगड़ा हो गया है और वे जा रहे हैं। मामा ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने और पुणे जाने का दावा करते हुए निकल गए। 30 अक्टूबर को ही सूचना मिली कि दोनों ने जंगल में जहरीला पदार्थ खा लिया। इस बीच मामा लगातार बच्चों से संपर्क करने की कोशिश करते रहेए लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
बुआ और बहन के ससुराल पर आरोप-
मामा ने आरोप लगाया कि मृतक बृजेश की बुआ और मृतक बहन ममता मिश्रा के ससुराल पक्ष ने दोनों भाइयों को लगातार परेशान किया। गांव की आठ एकड़ भूमि पर कब्जा करने के लिए यह दबाव बनाया गयाए जिससे दोनों भाई लंबे समय तक मानसिक दबाव में रहे और घर छोडऩे को मजबूर हुए।