पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के फॉरेन टूर की चर्चाएं सरगर्म,उच्चाधिकायिों से शिकायत, गोपनीय जांच ‘ाुरु
जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के दो आला अफसरों के विदेश भ्रमण का राज धीरे-धीरे खुल रहा है। ये दोनों अफसर जुलाई-अगस्त में सपरिवार विदेश घूमने गये थे और इन्होंने कंपनी को सूचना नहीं दी,जबकि नियम है कि बिजली कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी देश से बाहर जाने के पहले कंपनी से अनुमति लेंगे।
-कौन हैं ये दोनों महानुभाव
कंपनी की आंखों में धूल झौंकने वाले इन दोनों अफसरों का खुलासा अभी कंपनी प्रबंधन ने नहीं किया है,क्योंकि जांच जारी है। इतना जरूर बताया है कि एक अधिकारी इंजीनियरिंग विभाग के उच्च पद पर है तो दूसरा कंपनी की ग्रामीण सेवाओं की आला कुर्सी पर विराजमान है। दोनों के आॅफिस भी अगल-बगल हैं और दोनों की कई स्तरों पर बहुत बढ़िया ट्यूनिंग है,जिसके कई उदाहरण लोगों की जुबान पर हैं। ये दोनों अधिकारी सपरिवार भ्रमण पर रवाना हुए और लौटकर अपने काम में जुट गये।
- इसमें संदिग्ध क्या है
सवाल ये है कि अधिकारियों के विदेश दौरों को इस कदर संदिग्ध मानकर शिकायत क्यों की गयी है। विदेश जाना अब तो आम बात हो चुकी है। जानकारों का कहना है कि ये दोनों ही अधिकारी अपने पैसों से विलायत नहीं गए थे,बल्कि किसी के सौजन्य से निःशुल्क टूर का मजा लिया गया। यदि विभाग से अनुमति प्राप्त करते तो सारी जानकारियां मंगाई जाती और कंपनी के दूसरे अधिकारियों को भी भनक लग जाती और बात फैलने का खतरा था। कहा जा रहा है कि इनमें से अधिकारी चूंकि अगले महीने रिटायर होने जा रहे हैं इसलिए इससे पहले उन्हें विदेश घुमाया गया।
-क्या कार्रवाई हो सकती है
यदि इन दोनों अधिकारियों का बिना बताए विदेश भ्रमण प्रमाणित हुआ तो अव्वल तो उनसे ऐसा करने का कारण पूछा जाएगा और फिर कंपनी के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाएगी। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की ओर से अधिकारियों को इसकी जांच करने के लिए कहा गया है। हालाकि, अभी इसे पूरी तरह गोपनीय रखा गया है,क्योंकि कपंनी के दो बड़े अधिकारियों का नाम ‘ाामिल है।
