पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हनुमंत रावत व उसके रिश्ते का भाई गोविंदा रावत उम्र 20 वर्ष रायसेन स्थित फैक्ट्री में नौकरी करते थे। हनुमंत अपनी पत्नी और बच्चों के साथ वहीं रहता था। जहां पर गोविंदा का आना जाना होता था, इस दौरान गोविंदा घर में हनुमंत की पत्नी से बातचीत व हंसी मजाक करता रहा। हनुमंत को लगता था कि गोविंदा उसकी पत्नी पर गलत नजर रखने लगाए जिससे हनुमंत ने हत्या की साजिश रची। साजिश के चलते हनुमंत ने जनवरी 2021 में पत्नी-बच्चों को बाजार भेजकर गोविंदा को कमरे पर बुलाया। जहां पर गोविंदा को शराब पिलाई और गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद सैप्टिक टैंक में दफनाकर ऊपर प्लास्टर कर दिया, इसके बाद किराए के मकान छोड़ दिया। इधर बेटे के अचानक गायब होने से मां परेशान हो गई, उसने अपने स्तर पर तलाश की लेकिन बेटे का कहीं पता नहीं चल सका। दो साल तक संपर्क न होने पर मां कमला रावत ने 9 सितंबर 2023 को बड़ौनी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद भी बेटे गोविंदा का पता नहीं चला। बेटे की तलाश न होने पर मां कमला ने 5 सितंबर 2025 को गांव की पानी की टंकी पर चढ़कर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरु कर दी। जांच के दौरान पता चला कि गोविंद अपने रिश्ते के भाई हनुमंत के घर आता जाता था, हनुमंत भी इस घटना के बाद से लापता है। पुलिस जांच करते हुए पिछले दिन किराए के मकान में पहुंची और सेप्टिक टेंक खुदवाया तो कंकाल निकला, जिसकी शिनाख्त गोविंदा के रुप में की गई। पुलिस ने मामले में आरोपी हनुमंत को हिरासत में लेकर चार साल बाद वारदात का खुलासा किया है।