जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मण्डल से चलने वाली सभी ट्रेनों के बायोटायलेट में पानी की बचत हेतु प्रेशराइज्ड न्यूमेटिक फ्लसिंग सिस्टम लगे हैं, इस सिस्टम के उपयोग से बायोटायलेट में प्रत्येक फ्लश में सिर्फ 1 से 1.5 लीटर पानी ही खर्च होता है, जो कि पहले खर्च होने वाले पाने की तुलना में बहुत ही कम हैं जिससे कारण जल को संरक्षित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा हैं. इस कार्य मे पानी की बचत के लिए यहां पदस्थ दो इंजीनियरों ने अत्याधुनिक टेस्ट बेंच बनाई है.
प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर पश्चिम मध्य रेल जबलपुर एम विजय कुमार एवं मंडल रेल प्रबंधक जबलपुर श्री कमल कुमार तलरेजा के मार्गदर्शन से कोचिंग डिपो जबलपुर में कार्यरत सीनियर सेक्सन इंजीनियरो अविनाश चौधरी एवं रजनीकांत साहू द्वारा, पानी की बचत किये जाने वाले इस महत्वपूर्ण सिस्टम के सुधार कार्य हेतु अत्याधुनिक टेस्ट बेंच बनाई गई है।
इस टेस्ट बेंच द्वारा न्यूमेटिक फ्लसिंग सिस्टम के सभी कम्पोनेंट को चेक व सुधार करने का कार्य, कम समय में किये जाने के कारण न्यूमेटिक फ्लसिंग सिस्टम द्वारा प्रत्येक फ्लश में कम से कम पानी के उपयोग करने की प्रक्रिया सही तरीके से संपन्न हो रही है। जबलपुर मण्डल के यांत्रिक द्वारा विभाग कोचिंग डिपो जबलपुर में ट्रेनों के मेंटेनेन्स हेतु निरंतर नये-नये सिस्टम्स विकसित किये जा रहें हैं जिससे कोचों के सुधार कार्य अच्छी गुणवत्ता के साथ, पर्यावरण संरक्षण के साथ पूर्ण किये जा सकें.