आज अस्ताचलगामी, कल सूर्यदेव को देंगे अर्घ्य, ये रहेगी टाइमिंग


जबलपुर।
प्रकृति और आस्था के संगम का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। हिंदू परम्परा के मुताबिक खरना पूजा के दूसरे दिन यानि सोमवार 27 अक्टूबर को अस्ताचलगामी सूर्य को घाटों पर श्रद्धालु का पहला अर्घ्य रहा। आज शाम व्रती व अन्य श्रद्धालु डूबते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य देंगे।

अस्ताचलगामी अर्घ्य का समय

छठ महापर्व में सूर्यदेव को पहला अर्घ्य सोमवार की शाम दिया जाएगा। सूर्यास्त समय छठ पूजा के दिन 5-40 बजे शाम तक है। मंगलवार की सुबह सूर्योदय समय छठ पूजा के दिन 6-31 सुबह उगते सूर्यदेव को अर्घ्य देंगे। 28 अक्टूबर यानि मंगलवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। पंचांग के अनुसार इस वर्ष सुबह 6-31 बजे सूर्योदय हो रहा है। सभी छठ घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर से सुख समृद्धि और आरोग्यता की कामना की जाएगी। 


सभी घाट तैयार

नगर निगम के मुताबिक छठ पूजा के लिए सभी घाटों पर बिजली, स्वच्छता, पेयजल, मोबाइल शौचालय, सफाईकर्मी और चिकित्सा वैन की व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा तंत्र भी मजबूत कर दिया गया है। महिला पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहेगा। 

पूजा का धार्मिक महत्व

ज्योतिषचार्य पंडित कामता प्रसाद तिवारी के मुताबिक छठ पूजा धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का पर्व है। यही एक मात्र ऐसा त्यौहार है जिसमें सूर्य देव का पूजन कर उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। हिन्दू धर्म में सूर्य की उपासना का विशेष महत्व है। वे ही एक ऐसे देवता हैं जिन्हें प्रत्यक्ष रूप से देखा जाता है। वेदों में सूर्य देव को जगत की आत्मा कहा जाता है। सूर्य के प्रकाश में कई रोगों को नष्ट करने की क्षमता पाई जाती है। सूर्य के शुभ प्रभाव से व्यक्ति को आरोग्य, तेज और आत्मविश्वास की प्राप्ति होती है। छठ पूजा पर सूर्य देव और छठी माता के पूजन से व्यक्ति को संतान, सुख और मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।


Post a Comment

Previous Post Next Post