भोपाल. पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल स्थित पश्चिम रेलवे कॉलोनी स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पीछे बने प्राचीन शिव मंदिर को देर रात जेसीबी से तोड़े जाने के बाद तनाव की स्थिति बन गई। मंदिर टूटने की जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। संगठनों ने इसे हिंदू आस्था पर हमला बताते हुए रेलवे और ठेकेदार कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कंपनी ने आज रविवार 26 अक्टूबर से मंदिर के पुननिर्माण कराने का भरोसा दिया है.जानकारी के अनुसार, यह शिव मंदिर रेलवे कॉलोनी के अंतर्गत कई वर्षों से स्थापित था। स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार रात 24 अक्टूबर को रेलवे अधिकारियों और समदरिया ग्रुप के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जेसीबी से मंदिर ढहा दिया गया। श्रद्धालुओं का आरोप है कि न तो किसी को सूचना दी गई, न ही कोई नोटिस जारी किया गया। रातों-रात मंदिर तोड़े जाने से मूर्तियां खंडित हो गईं, जिन्हें कचरे की तरह फेंक दिया गया। इससे स्थानीय हिंदू समुदाय में गहरा आक्रोश फैल गया।
घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की ओर से जीआरपी थाना प्रभारी, भोपाल को लिखित शिकायत सौंपी गई है। पत्र में कहा गया है कि शिव मंदिर तोड़े जाने से हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। संगठनों ने मांग की है कि मंदिर तोडऩे में शामिल अधिकारियों और कंपनी के जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए और जेसीबी मशीन को जब्त किया जाए। साथ ही मंदिर को पूर्व स्थिति में पुन: निर्मित करने की मांग भी की गई है।
इधर, समदरिया बिल्डर्स (भोपाल) प्राइवेट लिमिटेड ने भी एक पत्र जारी कर हिंदू संगठनों और समाज से माफी मांगी है। कंपनी ने लिखा है कि पश्चिम रेलवे कॉलोनी में पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास स्थित वाल्मीकि मंदिर परिसर एवं शिवलिंग को अनजाने में नुकसान पहुंचा है। इसके लिए हमें खेद है। पत्र में कहा गया है कि मंदिर, चबूतरा और शिवलिंग का पुनर्निर्माण 26 अक्टूबर (रविवार) सुबह 9 बजे से शुरू कर दिया जाएगा।

