जो भारत को मां मानते हैं,संघ में उनका स्वागत है

 


मीडिया से रूबरू हुए संघ के प्रतिनिधि, दी बैठक की जानकारी, शताब्दि वर्ष में होंगे विविध आयोजन, घर-घर दस्तक देंगे स्वयंसेवक

जबलपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का किसी से भी विरोधाभाष नहीं है,जो भी व्यक्ति या संस्था भारत को अपनी मां मानते हैं, उन सभी का संघ में स्वागत है। संघ के सभी कार्यक्रम सर्वजन हिताय किए जाते हैं। अपने शताब्दि वर्ष पर अखिल भारतीय स्तर पर विविध सामाजिक अभियान प्रारंभ करेगा। संघ के कार्यकर्ता घर-घर जाएंगे और लोगों को जोड़ेंगे। संघ इस वर्ष एक लाख से अधिक आयेाजन करेगा,जिनमें विविध विषय उठाए जाएंगे। इस आशय की जानकारी आज पत्रवार्ता के माध्यम से अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में गहन विचार-विमर्श कर आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी। 

-एक नवंबर को होगा संघ प्रमुख का संबोधन

संस्कारधानी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक आयोजित होने जा रही है। ये बैठक 30 व 31 अक्टूबर और 1 नवंबर को बैठक होगी। इन तीन दिनों  में देश भर के सैंकड़ों कार्यकर्ता व पदाधिकारी शामिल होने आएंगे। इस दौरान प्रमुख पदाधिकारियों का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा। संघ की योजना में 46 प्रांत हैं, जिनके सभी प्रमुख पदाधिकारी व चयनित कार्यकर्ता शामिल होंगे। संघ का शताब्दी वर्ष विजय दशमीं से शुरू हुआ है।  जिसे सरसंघ चालक मोहन भागवत संबोधित करेंगे।  आंबेकर ने बताया शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आए, दलाई लामा का संदेश मिलने के साथ ही देश के कई गणमान्य नागरिक गणवेश में शामिल हुए और संघ के महत्व को जाना। सुनील आंबेकर ने बताया गृह संपर्क में संघ के स्वंय सेवक घर-घर पहुंचेंगे। दिसम्बर तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन होगा। हिन्दू सम्मेलन होंगे, तहसील स्तर पर सद्भावना बैठक पर चर्चा होगी, युवाओं के लिए भी कई आयोजन होंगे। 30 को पुष्पार्चन से बैठक शुरू होगी, वहीं 1 नवम्बर को सर कार्यवाह बैठक कर अपनी बात रखेंगे। हिन्दु सम्मेलन बस्ती मंडल स्तर पर होगा, समाजिक जीवन के सभी लोग सहभागी होंगे, जो धर्म,समाज एवं संस्कृति के विस्तार व पंच परिवर्तन पर कार्य करेंगे। सभी बस्ती व मंडल में 1 लाख से ज्यादा आयोजनों की तैयारी है।

-जो अच्छे कार्य कर रहे, उनसे जुड़ेगा संघ

एक सवाल के जवाब में श्री आंबेकर ने कहा कि संघ का किसी से कोई विरोध या प्रतिस्पर्धा नहीं है। जो लोग या संस्थाएं बेहतर कार्य कर रहे हैं और संघ से नहीं जु़ड़े हैं तो संघ की कोशिश होगी कि उन संस्थाओं को संघ से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि जो भारत को अपनी मातृभूमि मानते हैं,उनके लिए आरएसएस के  द्वार सदैव खुले हुए हैं। 

-बिहार चुनाव पर बैठक में विचार होगा या नहीं

बिहार चुनाव के प्रश्न पर संघ के प्रतिनिधियों ने कहा कि बिहार चुनाव पर संघ की ओर से किसी भी प्रकार का विचार-विमर्श नहीं किया जाएगा। चुनाव एक अलग पहलू है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विषयों पर आवश्यकता होने पर वार्ता की जाती है,लेकिन ये आवश्यक रूप से बैठक का हिस्सा नहीं है। संघ की ओर से बताया गया कि समाज में देशभक्ति सर्वोपरि की अलख जगाने का संकल्प पूर्ण किया जा रहा है। 












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