जबलपुर। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में छात्रों की सुविधाओं में कटौती के विरोध में अनोखा प्रदर्शन किया। छात्रों ने हाथों में कटोरे लेकर भीख मांगकर अपना विरोध जताया। उनका आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन "बचत" के नाम पर छात्रों की सुविधाओं में कटौती कर रहा है और वसूली गई फीस का सही उपयोग नहीं कर रहा है संगठन के अनुराग शुक्ला के नेतृत्व में छात्रों और कार्यकर्ताओं ने हाथों में कटोरे लेकर भीख मांगने का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जब विश्वविद्यालय प्रशासन को भीख में एकत्रित राशि देने अंदर घुसने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक लिया।
छात्र नेता अनुराग शुक्ला ने कहा कि वर्तमान कुलपति द्वारा “बचत” के नाम पर भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, जबकि वास्तविकता यह है कि यह बचत छात्रों की सुविधाओं में कटौती कर प्राप्त की गई है। प्रशासन द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि विश्वविद्यालय ने करोड़ों रुपए की बचत की है, परंतु यह राशि छात्रों से वसूल की गई फीस से उत्पन्न हुई है, जिसका उपयोग उनके शैक्षणिक विकास हेतु होना चाहिए था। वहीं दूसरी ओर पीएचडी छात्रों के प्रवेश प्रक्रिया में भी प्रशासन अनावश्यक विलंब कर रहा है। हाल ही में मध्यप्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय से 5 करोड़ रुपए की राशि अन्य विश्वविद्यालय को स्थानांतरित करने कहा गया है, क्योंकि वर्तमान कुलपति द्वारा यह दावा किया गया था कि उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय ने 19 करोड़ रुपए की बचत की है। NSUI ने इसे “छात्रों के अधिकारों पर कुठाराघात” बताया है, क्योंकि यह बचत छात्रों से प्राप्त फीस और उनके अधिकारों की सुविधाओं में कटौती करके की गई है
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रतीकात्मक रूप से “भीख” समर्पित की, ताकि उन्हें यह अहसास हो सके कि उनके निर्णयों के कारण छात्रों को कैसी पीड़ा झेलनी पड़ रही है छात्रों से वसूली गई फीस को बचत नहीं, निवेश समझा जाना चाहिए। यह बचत नहीं, छात्रों के सपनों की बलि है।
इस दौरान मुख्य रूप से प्रदेश सचिव प्रतीक गौतम ,एजाज अंसारी ,सैफ मंसूरी,शफी खान , वकार खान ,अंकित कोरी,अनिकेत तिवारी,असदाक अनवर,फरान अंसारी ,युग ठाकुर, देवेंद्र शर्मा , इंद्रजीत कुशवाहा , पवन पटेल , साहिल विश्वकर्मा, सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद थे।