जबलपुर। श्री राम जानकी मंदिर, उमरिया चौबे ,पनागर के संस्थापक परम तेजस्वी संत शिरोमणि श्री श्री 1008 राम बहादुर शरण जी महाराज आज 7 अक्टूबर को अपनी शतायु अवस्था पूर्ण कर ब्रह्मलीन हो गए हैं। पूज्य महाराज श्री ने 70 के दशक में उमरिया चौबे में धर्म की ध्वजा फहराई और अपनी साधना तथा सेवा से इस ग्राम को धर्म नगरी बनाया। उनकी शाश्वत यात्रा के प्रस्थान न केवल ग्राम उमरिया चौबे बल्कि संपूर्ण पनागर क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका महाप्रयाण शरद पूर्णिमा और महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन पवित्र दिन हुआ है। पूज्य महाराज जी द्वारा जीवन पर्यंत प्रभु श्री राम जी की सेवा, धर्म का प्रचार-प्रसार और समाज के हर वर्ग को जोड़ने के प्रयास भावी पीढ़ी प्रेरणा देते रहेंगे। गुरु जी का समाधि कार्यक्रम 8 अक्टूबर को सुबह 10 बजे श्री राम.जानकी मंदिर परिसर ग्राम.उमरिया चौबे ,पनागर में संपन्न होगा।
जबलपुर। श्री राम जानकी मंदिर, उमरिया चौबे ,पनागर के संस्थापक परम तेजस्वी संत शिरोमणि श्री श्री 1008 राम बहादुर शरण जी महाराज आज 7 अक्टूबर को अपनी शतायु अवस्था पूर्ण कर ब्रह्मलीन हो गए हैं। पूज्य महाराज श्री ने 70 के दशक में उमरिया चौबे में धर्म की ध्वजा फहराई और अपनी साधना तथा सेवा से इस ग्राम को धर्म नगरी बनाया। उनकी शाश्वत यात्रा के प्रस्थान न केवल ग्राम उमरिया चौबे बल्कि संपूर्ण पनागर क्षेत्र के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका महाप्रयाण शरद पूर्णिमा और महर्षि वाल्मीकि जयंती के पावन पवित्र दिन हुआ है। पूज्य महाराज जी द्वारा जीवन पर्यंत प्रभु श्री राम जी की सेवा, धर्म का प्रचार-प्रसार और समाज के हर वर्ग को जोड़ने के प्रयास भावी पीढ़ी प्रेरणा देते रहेंगे। गुरु जी का समाधि कार्यक्रम 8 अक्टूबर को सुबह 10 बजे श्री राम.जानकी मंदिर परिसर ग्राम.उमरिया चौबे ,पनागर में संपन्न होगा।