नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने 80 साल या उससे अधिक उम्र वाले पेंशनर्स के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है। अब ऐसे वरिष्ठ नागरिक अपने वार्षिक लाइफ सर्टिफिकेट घर बैठे ही जमा कर सकेंगे। यह सुविधा अक्टूबर 2025 से लागू हो चुकी है और इसका उद्देश्य बुजुर्गों को बैंक में भीड़ और लंबी लाइनों से बचाना है, ताकि उनकी पेंशन बिना रुकावट जारी रहे।
पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पेंशनर्स को डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जमा करने की पूरी सुविधा और सहयोग दें। इससे वरिष्ठ नागरिक समय पर अपनी पेंशन प्राप्त कर सकेंगे और उन्हें बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जीवन प्रमाण एप के माध्यम से मोबाइल पर ही बनाया जा सकता है। इसके लिए किसी बैंक शाखा या किसी डिवाइस पर जाने की आवश्यकता नहीं है। केवल स्मार्टफोन, कैमरा एक्सेस और आधार-लिंक मोबाइल नंबर होना जरूरी है।
यदि पेंशनर चाहें, तो नजदीकी बैंक शाखा या कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) जाकर अपनी पहचान बायोमेट्रिक तरीके से सत्यापित कर सकते हैं। बैंक स्टाफ या सीएससी ऑपरेटर मौके पर ही डिजिटल सर्टिफिकेट जनरेट कर देंगे। इसके अलावा, जो पेंशनर बैंक नहीं जा सकते, वे डोरस्टेप बैंकिंग सर्विस के जरिए घर पर ही सर्टिफिकेट जमा कर सकते हैं। इसके लिए बैंक की ऐप या कस्टमर केयर पर बुकिंग करनी होगी, और बैंक का प्रतिनिधि घर आकर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करेगा।
अगर कोई पेंशनर चाहे, तो किसी भी बैंक शाखा में जाकर फिजिकल लाइफ सर्टिफिकेट भी जमा कर सकता है। इसके लिए वैध पहचान पत्र और पेंशन से संबंधित दस्तावेज़ साथ ले जाने होंगे। बैंक अधिकारी जमा करने की रसीद प्रदान करेंगे।
जीवन प्रमाण पत्र आधार-आधारित डिजिटल सर्टिफिकेट है, जो पेंशनर के जीवित होने की पुष्टि करता है। यह बायोमेट्रिक डेटा जैसे फिंगरप्रिंट या फेस ऑथेंटिकेशन से जनरेट होता है और ढ्ढञ्ज ्रष्ह्ल के तहत मान्य है। इस प्रमाण पत्र को जमा करके पेंशनर यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी पेंशन नियमित रूप से जारी रहे। इस नई सुविधा से वरिष्ठ नागरिकों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी बल्कि उनकी सुविधा और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। सरकार ने अभिभावकों और पेंशनर्स को सलाह दी है कि वे इस डिजिटल विकल्प का अधिकतम लाभ उठाएं।
