मशीन ने जब चेहरा पढ़ा, तब तय हुआ कि 'आप' आए हैं

 


जबलपुर नगर निगम के 90 प्रतिशत अमले ने नए सिस्टम को किया फॉलो,आज से  अनिवार्य की गयी है व्यवस्था

जबलपुर। भले ही प्रदेश स्तर पर ई-अटेंडेंस को आज से अनिवार्य किया गया है,लेकिन जबलपुर नगर निगम द्वारा ये अभियान एक पखवाड़े पहले ही प्रारंभ दिया गया था,जिसका नतीजा ये हुआ कि आज करीब 90 प्रतिशत से ज्यादा अमले ने ई-हाजिरी लगाई। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले एक सप्ताह के अंदर इसे शत-प्रतिशत के आंकड़े तक पहुंचाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा 31 अक्टूबर से प्रदेश के सभी नगर निकायों में ई-अटेंडेंस को अनिवार्य किया गया है,जिसमें अधिकारी-कर्मचारी की मशीन के सामने चेहरा दिखाने के बाद ही उपस्थिति दर्ज हुई। 

-क्या कहते हैं आकड़े

आंकड़ों के अनुसार, जबलपुर नगर निगम में 6 हजार 1 सौ 10 कर्मचारी रजिस्टर्ड हैं,जिनमंे से आज 5 हजार 1 सौ 30 कर्मचारियों ने ई-हाजिरी के जरिए उपस्थिति दर्ज करायी। जो 10 प्रतिशत शेष हैं,उनमें से कुछ का कहना है कि उन्हें नेटवर्क इश्यू है तो कुछ ने बताया कि वे ऐसी जगहों पर काम कर रहे हैं, जहां से ई-हाजिरी मुम्किन नहीं है। हालाकि, नगर निगमायुक्त रामप्रकाश अहिरवार की एक टीम ई-हाजिरी को मुकम्मल तौर पर लागू करने के लिए एक्टिव हो चुकी है। नए हाजिरी सिस्टम से कन्नी काटने वालों की जांच की जा रही है। 

-जो होता था,अब नहीं होगा

ई-हाजिरी युग प्रारंभ हो जाने से उन कर्मचारियों-अधिकारियों को ज्यादा तकलीफ पेश आएगी,जो अब तक नगर निगम कार्यालय आए बिना ही उपस्थित माने जाते थे और एक-एक सप्ताह की हाजिरी एक ही दिन भरते थे। केवल छोटे अधिकारी ही नहीं,बल्कि बड़े अधिकारी भी इस समस्या से प्रताड़ित हैं,लेकिन वे खून का घूंट पीकर चुप हैं। आज भी कुछ अधिकारी रजिस्टर मंे ही हाजिरी दर्ज करने पहुंचे,लेकिन बाद में वे भी मशीन के सामने खड़े नजर आए। 

-शत-प्रतिशत ई-हाजिरी होगी

बहुत जल्दी नगर निगम का प्रत्येक कर्मचारी ई-हाजिरी लगाएगा। हम बेहद संवेदनशीलता के साथ कर्मचारियों की उपस्थिति संबंधी समस्याओं को सुलझाने में जुटे हैं। कहीं-कहीं नेटवर्क इश्यू हो सकता है,लेकिन इसे दूर किया जाएगा। जानबूझकर इस नए सिस्टम से बचने वालों पर सख्त कार्रवाई तय है। 

रामप्रकाश अहिरवार, निगमायुक्त,जबलपुर

 








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