86 किलो चांदी की लूट : व्यापारी ही निकला मास्टरमाइंड, सट्टे में हारी रकम छिपाने के लिए रची थी साजिश

 
रायपुर.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 1.50 करोड़ रुपए की चांदी की लूट की वारदात ने पूरे सर्राफा बाजार में हड़कंप मचा दिया था, लेकिन जांच के बाद जो सच सामने आया, उसने सभी को हैरान कर दिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जिस व्यापारी ने खुद को लूट का शिकार बताया था, वही इस पूरी वारदात का मास्टरमाइंड निकला। उसने क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम हारने के बाद अपनी हार छिपाने के लिए यह झूठी लूट की कहानी रची थी।

घटना रायपुर के सदर बाजार इलाके की है, जहां शनिवार को शहर के प्रसिद्ध सर्राफा कारोबारी राहुल गोयल ने पुलिस को शिकायत दी थी कि दो नकाबपोश बदमाशों ने उनके घर में घुसकर बंदूक की नोक पर 86 किलो चांदी (कीमत लगभग 1.50 करोड़ रुपये) लूट ली। राहुल गोयल, जो मूल रूप से आगरा (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले हैं, रायपुर के राजधानी पैलेस स्थित किराए के फ्लैट में रहकर चांदी के गहनों का कारोबार करते हैं। उन्होंने बताया था कि बदमाश किसी बहाने से दरवाजा खुलवाकर अंदर आए, उनकी कनपटी पर पिस्तौल रखी, और उन्हें बेहोश करने के लिए नशीला पदार्थ सुंघाया।

खुद ही दी पुलिस को सूचना

राहुल गोयल ने पुलिस को बताया कि होश आने पर उन्होंने खुद को किसी तरह बंधनमुक्त किया और सिटी कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वाड और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौके से सीसीटीवी डीवीआर भी गायब मिला, जिसे कथित रूप से लुटेरे अपने साथ ले गए थे।

पुलिस जांच में पलट गई पूरी कहानी

पुलिस की शुरुआती जांच में ही कई संदेहास्पद बातें सामने आईं। सबसे पहले, घर में जबर्दस्ती घुसने या संघर्ष के कोई स्पष्ट निशान नहीं मिले। साथ ही, डीवीआर निकालने का तरीका बेहद पेशेवर था, जिससे शक गहराया कि घटना अंदरूनी व्यक्ति की जानकारी के बिना संभव नहीं थी। एसएसपी डॉ. लाल उमेद के निर्देश पर जब पुलिस ने कारोबारी के वित्तीय लेन-देन और मोबाइल रिकॉर्ड की जांच की, तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया कारोबारी ने हाल ही में क्रिकेट सट्टे में बड़ी रकम गंवाई थी। नुकसान छिपाने और परिवार व व्यापारिक साझेदारों को धोखा देने के लिए उसने खुद झूठी लूट की कहानी गढ़ी।

हिरासत में लेकर जांच शुरू

कड़ी पूछताछ में आखिरकार राहुल गोयल टूट गया और सारी सच्चाई पुलिस के सामने उगल दी। उसने माना कि कोई लूट नहीं हुई थी बल्कि उसने खुद ही यह ड्रामा रचा ताकि सट्टे में गंवाई रकम को लूट के बहाने दिखा सके। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है।

एसएसपी ने क्या कहा

एसएसपी डॉ. लाल उमेद ने बताया कि यह मामला बेहद पेचीदा था, लेकिन तकनीकी सबूतों और पूछताछ से सच्चाई सामने आ गई। कारोबारी ने खुद ही झूठी लूट की कहानी बनाई थी। उसे हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।


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