बताया गया है कि नगर परिषद केवलारी में सीसी रोड व नाली निर्माण के ठेकेदार नितिन पाटकर ने यह काम पेटी ठेकेदार राहुल राय को सौंपा था। राहुल राय पर घटिया काम कर धोखाधड़ी करने का आरोप है। जिसपर बाद नितिन पाटकर ने राहुल राय के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए केवलारी थाने में आवेदन दिया था। एफआईआर दर्ज करने के एवज में प्रधान आरक्षक मनीष पटवा ने नितिन पाटकर से 5 लाख रुपए की मांग की थी। नितिन पाटकर ने इतनी राशि देने में असमर्थता जताई। बाद में एक लाख रुपए पर सहमति बनी थी। इसके बाद नितिन पाटकर ने लोकायुक्त एसपी अंजुलता पटले से शिकायत की। दो दिन पहले नितिन पाटकर ने थाना पहुंचकर प्रधान आरक्षक मनीष कुमार पटवा को 75 हजार रुपए की रिश्वत दी। तभी जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने दबिश देकर प्रधान आरक्षक को रंगे हाथ पकड़ लिया। इस मामले में संज्ञान लेते हुए आईजी प्रमोद वर्मा ने केवलारी टीआई शिवशंकर रामटेके को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में कहा गया है कि निरीक्षक शिवशंकर रामटेके को उनके संदिग्ध आचरण के लिए सस्पेंड किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। उन्हें निलंबन के दौरान नियमानुसार तीनों गणनाओं में पुलिस लाइन सिवनी में उपस्थित रहना होगा।
जबलपुर/सिवनी। सिवनी में हुए हवाला कांड के बाद पुलिस अधिकारी जरा सभी गल्ती पर कार्रवाई कर रहे है। सिवनी के केवलारी थाना में प्रधान आरक्षक मनीष पटवा को जबलपुर की लोकायुक्त टीम ने 75 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी शिवशंकर रामटेके को आईजी प्रमोद वर्मा ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। रिश्वत मामले में टीआई का आचरण संदिग्ध प्रतीत हो रहा था।