त्योहार पर घर पहुंचकर छलक उठी मजदूरों की आंखें, बंधन का दर्द उभर आया
जबलपुर। महाराष्ट्र् में एक ठेकेदार के द्वारा बंधक बना लिए 34 मजदूरों को पनागर पुलिस ने बंधन मुक्त करवा दिया है। त्योहार पर इन मजदूरों के घर पहुंचने पर उनकी आंखें छलछला उठी। बंधन में रहे इन मजदूरों का दर्द छलक उठा।
पनागर पुलिस ने बताया कि पनागर के नरगवां गांव के लोगों की एक शिकायत आई थी, जिसमें बताया गया था कि उनके अपनों को काम पर ले जाया गया था, अब उन्हें वापस आने नहीं दिया जा रहा है। उनकी हालत खराब है। ठीक से खाना नहीं मिलता है। जाने की बात करते हैं तो उनके साथ मारपीट की जाती है। पुलिस ने महाराष्ट्र् के बीड़ इलाके में ठेकेदार की लोकेशन निकाली और पुलिस का एक दल भेजा गया था।
ये रहा मामला
पुलिस ने बताया कि नरगवां के 34 मजदूरों को महाराष्ट्र के बीड़ इलाके का एक ठेकेदार सितंबर में महाराष्ट्र ले गया था। मजदूरों से तय हुआ था कि गन्ने की कटाई कराई जाएगी। वहां पहुंचने पर ठेकेदार ने उन्हें सोयाबीन काटने का काम दे दिया। मजदूरों ने सोयाबीन की कटाई भी मंजूर कर ली। इस काम का दो हफ्ते बाद भी जब पेमेंट नहीं मिला। मजदूरों ने ठेकेदार से पेमेंट की बात की। ठेकेदार ने जब मजदूरी नहीं दी तो श्रमिकों ने घर वापिसी की बात कही। इस पर ठेकेदार खफा हो गया और बद्तमीजी करने लगा था। उसने श्रमिकों को बंधक बना लिया। मोबाइल छीन लिए थे।
वीडियो से खुला राज
ठेकेदार की प्रताड़ना झेल रहे श्रमिकों में से एक मजदूर ने अपनी आपबीती एक मोबाइल के जरिए रिकॉर्ड की और नरगवां में अपने रिश्तेदार के पास भेज दिया। उसने ये वीडियो गांव वालों को दिखाया और फिर पनागर थाना पुलिस के पास गये थे। पुलिस ने भी त्वरित एक्शन लिया और वीडियो और मोबाइल नंबर के आधार पर लोकेशन ट्रेस कर ली।
- इस प्रकरण में मजदूरों के साथ जो हुआ, वह दर्दभरा था। हमने उन्हें सकुशल उनके घर पहुंचा दिया है। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विपिन ताम्रकार, टीआई, पनागर