सीधी. मध्य प्रदेश के सीधी जिला मुख्ैयालय से 20 किलोमीटर दूर रामगढ़ पंचायत की कोलान बस्ती में 80 वर्षीय कल्लू बाई कोल नामक महिला ने अपनी मन्नत पूरी होने पर नवरात्रि के पावन पर्व पर मां दुर्गा के चरणों में अपनी जीभ अर्पित कर दी। इस घटना के बाद दुर्गा पंडाल और आसपास के इलाकों में हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी।
जानकारी के अनुसार, कल्लू बाई का 16 वर्षीय पोता अनंत कोल लगभग एक साल पहले तेज बुखार से गंभीर रूप से बीमार हो गया था। उसकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि वह छह महीने तक बिस्तर पर रहा और चलने-फिरने में असमर्थ हो गया था। डॉक्टरों ने उसे लकवाग्रस्त तक घोषित कर दिया था। इस दौरान महिला ने मां दुर्गा से मन्नत मांगी थी कि यदि उसका पोता ठीक हो गया, तो वह अपनी जीभ मां के चरणों में चढ़ा देगी।
महिला का दावा है कि माता की कृपा से उसका पोता अब स्वस्थ है। इसी मन्नत को पूरा करने के लिए उसने शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे दुर्गा प्रतिमा के सामने अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी। घटना के बाद महिला लगभग 13 घंटे तक खून से लथपथ पड़ी रही। शाम होते-होते वहां मौजूद लोगों ने भजन, कीर्तन और हवन शुरू कर दिया।देर रात करीब 11 बजे जब महिला ने अपना मुंह खोला, तो लोगों के बीच यह चर्चा फैल गई कि उसकी जीभ वापस आ गई है। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग भी सक्रिय हुआ। जिला अस्पताल सीधी के सिविल सर्जन ने बताया कि महिला की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन उन्होंने ऐसे कृत्य को बेहद खतरनाक और जानलेवा बताया। उन्होंने लोगों से धार्मिक आस्था के नाम पर अपनी जान जोखिम में न डालने की अपील की।