नई दिल्ली. रेलवे कर्मचारियों का दिवाली बोनस पास होने के बाद अन्य केंद्रीय कर्मचारियों की बेसब्री बढ़ती जा रही है। केंद्रीय कर्मचारी अपना महंगाई भत्ता बढऩे और दिवाली बोनस का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी उम्मीद है कि सरकार अगले हफ्ते डीए बढ़ाने का ऐलान कर सकती है। केंद्र सरकार के कर्मचारी और पेंशनर्स को महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीएआर) में दिवाली से पहले बढऩे का इंतजार कर रहे हैं। आमतौर पर सरकार दिवाली से पहले इसकी घोषणा करती रही है, लेकिन इस बार अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। बुधवार को सरकार ने रेलवे कर्मचारियों का पर्फॉरमेंस बेस्ड बोनस पास कर दिया है।
कैबिनेट बैठक में डीए का नहीं हुआ निर्णय
गत 24 सितंबर को हुई कैबिनेट बैठक में रेलवे कर्मचारियों के लिए 78 दिन के वेतन के बराबर परफॉर्मेंस-लिंक्ड बोनस को मंजूरी दी गई। लेकिन डीए या डीएआर बढ़ोतरी को लेकर कोई अपडेट नहीं दिया गया। परंपरा के अनुसार सितंबर के आखिरी हफ्ते में इसकी घोषणा होती है और जुलाई से सितंबर तक के एरियर की पेमेंट अक्टूबर के पहले हफ्ते में किया जाता है।
कर्मचारी संगठनों की नाराजगी
केंद्रीय कर्मचारी महासंघ ने इस देरी पर चिंता जताई है। महासचिव एसबी यादव ने कहा कि आम तौर पर सितंबर के आखिरी हफ्ते में डीए या डीएआर का ऐलान होता था और तीन महीने का एरियर अक्टूबर की शुरुआत में मिलता था। इस बार देरी से कर्मचारियों में असंतोष है।
कितनी हो सकती है बढ़ोतरी?
अगर इस बढ़ोतरी को मंजूरी मिलती है तो डीए/डीएआर में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। यानी ये दर 55 प्रतिशत से बढ़कर 58 प्रतिशत हो जाएगी। इससे कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी और पेंशन में सीधा इजाफा होगा।
डीए क्यों है महत्वपूर्ण
महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों की इनकम का अहम हिस्सा होता है। इसका मकसद बढ़ती महंगाई के असर को कम करना है। इसे औद्योगिक श्रमिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर तय किया जाता है और साल में दो बार जनवरी-जून और जुलाई-दिसंबर में रिवीजन होता है।
7वें वेतन आयोग की होगी ये आखिरी बढ़ोतरी
जुलाई-दिसंबर 2025 के लिए होने वाला यह रिवीजन 7वें वेतन आयोग के तहत अंतिम बढ़ोतरी मानी जा रही है। जनवरी 2026 से 8वां वेतन आयोग लागू होने की संभावना है। कुल मिलाकर, सरकार के इस फैसले का इंतजार लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स को है। दिवाली से पहले अगर इसकी घोषणा होती है, तो त्योहार की खुशियां दोगुनी हो जाएंगी