जबलपुर। पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर डीआरएम के पुत्र का मोबाइल संपर्कक्रांति एक्सप्रेस में सफर के दौरान एसी कोच से चोरी हो गया। डीआरएम से जुड़ा मामले की खबर मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गई और आनन-फानन चोरों का सुराग लेकर उन्हें झांसी स्टेशन पर धरदबोचा। जानकार कहते हैं कि एसी कोच से मोबाइल चोरी होने से सुरक्षा में सेंध होना सामने आ रहा है। सफर में पेट्र्ोलिंग और सतर्कता हाशिए पर आ गई है।
यह वारदात 21 सितंबर की है। जहां संपर्कक्रांति एक्सप्रेस में जबलपुर से दिल्ली के सफर में डीआरएम का बेटा एसी वन की बर्थ नंबर 37 पर था। ग्वालियर और झांसी के बीच मोबाइल और पर्स आदि चोरी हो गए थे। उस दौरान डीआरएम का बेटा सो रहा था। झांसी के पहले नींद खुलने पर मोबाइल चोरी जाने की सूचना उसने टीटीई स्टाफ को दी थी। इसके बाद यह बात सुरक्षा अमले के साथ स्टेशन प्रबंधन तक पहुंच गई थी।
रनिंग स्टाफ से विवाद
सूत्रों का कहना है कि सागर रेलवे स्टेशन से ट्रे्न के एसी कोच में शातिर चोर सवार हुए थे। ट्रे्न में सवार होने के बाद उनका टीटीई स्टॉफ और ट्रे्न के रनिंग स्टॉफ से विवाद भी हुआ था।
दिखावा बने सीसीटीवी कैमरे
ट्रे्नों में लगने वाले कैमरे दिखावा साबित हो रहे हैं। जांच में यह सामने आया है कि इन कैमरों में वारदात या कोई संदिग्ध प्रतीत ही नहीं हुआ है, जिससे त्वरित कार्रवाई की जा सकती थी।
झांसी में पकड़ाया आरोपी
सूत्रों ने बताया है कि ट्रे्न के झांसी स्टेशन पहुंचने पर छावनी में तब्दील हो गया था। एक-एक यात्री पर नजर रखी जा रही थी। इसमें शातिर चोर पकड़ा गया है, जिसके कब्जे से मोबाइल बरामद कर लिया है।