थ्रेशर में फंसा मजदूर, टुकड़े-टुकड़े हो गया शरीर,सोयाबीन निकालते समय हुआ हादसा,

 

महेश्वर। महेश्वर के ग्राम डापला में सोयाबीन की फसल निकाल रहा श्रमिक कैलाश  थ्रेशर की चपेट में आ गया। उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए। कैलाश को थ्रेसर में फंसकर टुकड़े टुकड़े होते देख अन्य श्रमिकों में चीख पुकार मच गई। खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी पहुंच गए, जिन्होने कैलाश के शरीर के टुकड़ों को पोटली में बांधकर पोस्टमॉर्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाया है।                                                                                 
                      पुलिस अधिकारियों के अनुसार ग्राम डापला में पवन अग्रवाल के खेत में थ्रेशर से सोयाबीन की फसल निकाल रहे कैलाश निवासी ग्राम सोमाखेड़ी चिकली किा गला थ्रेसर में फंस गया। कैलाश गला बाहर निकालने का प्रयास करने लगाए तभी मशीन की चपेट में आ गया। साथी मजदूरों में  चीख पुकार मच गई, तुरंत ट्रैक्टर बंद कराया  लेकिन तब तक कैलाश की मौत हो चुकी थी। शोर सुनकर आसपास खेत में काम कर रहे श्रमिक भी पहुंच गए, देखा तो चारों ओर मांस के टुकड़े और खून पड़ा रहा। खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए, ट्रैक्टर और थ्रेशर को जब्त कर लिया है। ट्रैक्टर मालिक गोपाल सिटोले और चालक राकेश सिटोले के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। चालक की लापरवाही मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

खेत में सोयाबीन निकालने का काम चल रहा था-

पुलिस को पूछताछ में पता चला कि पवन अग्रवाल के खेत में सोयाबीन निकालने का काम चल रहा था। खेत को दीपक पिता दगडिय़ा साझे से जोत रहे हैं। यहां सोयाबीन निकालने के काम में सात मजदूर आए थे। इनमें कैलाश भी शामिल था। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सोयाबीन निकालते समय थ्रेशर में अचानक गला फंस गया। जब कैलाश उसे निकालने की कोशिश कर रहा था, तभी वह चपेट में आ गया। मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों ने शोर मचाकर ट्रैक्टर बंद करवाया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।

घर में अकेला कमाने वाला था कैलाश-

पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि कैलाश अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। उसके दो बेटे और एक बेटी है। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए स्वास्थ्य केंद्र मंहेेश्वर भेज दिया है।


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