जबलपुर। रेल सुरक्षा बल, रेल संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारियों का कुशलता पूर्वक निर्वहन करने हेतु चौबीस घंटे सतत् कार्य करते हुये सुरक्षित माल परिवहन के साथ-साथ रेल यात्रियो की सुरक्षा एवं सहायता भी कर रही है। इसी कड़ी में पश्चिम मध्य रेल भी चौबीस घण्टे यात्रियों की सुरक्षा के लिए कृतसंकल्पित है। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के मार्गदर्शन एवं प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त के निर्देशन में सम्पूर्ण पश्चिम मध्य रेलवे में रेल सुरक्षा बल के द्वारा अलग-अलग अभियान चलाकर यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 01 जनवरी से 31 जुलाई 2025 तक रेल सुरक्षा बल द्वार चलाये गये ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते, ऑपरेशन अमानत, ऑपरेशन मिशन जीवन रक्षा एवं ऑपरेशन मेरी सहेली के तहत किये गए सराहनीय कार्य इस प्रकार हैं :-
ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते : ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल पश्चिम मध्य रेल के द्वारा बिछड़े हुए, घर से भागे एवं अपहरण का शिकार हुये बच्चों को उनके परिजनों एवं गैर सरकारी संगठन जैसे चाइल्ड लाइफ लाइन इत्यादि अभियान के तहत 463 बालक एवं बालिकाओं को उनके परिवारों से मिला कर एक बड़े समाजिक दायित्व का निर्वहन किया।
ऑपरेशन अमानत : ऑपरेशन अमानत के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल, पश्चिम मध्य रेलवे के द्वारा 604 यात्रियों को उनके छूटे एवं मिसिंग सामान (जैसे-मोबाइल, लैपटॉप, पर्स, ज्वैलरी इत्यादि) अनुमानित कीमत 1 करोड़ 19 लाख 63 हज़ार 261 रूपये को सुरक्षित सुपुर्द किया।
ऑपरेशन मिशन जीवन रक्षा : ऑपरेशन मिशन जीवन रक्षा के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल, पश्चिम मध्य रेलवे के द्वारा 17 यात्रियों एवं व्यक्तियों की जान को बचाया गया।
ऑपरेशन मेरी सहेली : ऑपरेशन मेरी सहेली के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल, पश्चिम मध्य रेलवे के द्वारा प्रमुख रेलवे स्टेशनों एवं यात्री गाड़ियों में महिला यात्रियों की सुरक्षा हेतु 18 महिला टीमों की तैनाती की गई है। जिसमें मागभग 42 हज़ार 137 अकेली यात्रा करने वाली महिलाओं को अटेंड कर आवश्यक सहायता प्रदान की गयी एवं उनसे फीडबैक भी प्राप्त किया गया है।