पानीपत. हरियाणा के पानीपत के जाटल रोड स्थित सृजन पब्लिक स्कूल में बच्चे के साथ क्रूरता का मामला सामने आया है। दूसरी कक्षा के सात साल के मासूम ने होमवर्क नहीं किया तो शिक्षिका को इतना नागवार गुजरा कि उसने सजा देने के लिए स्कूल के वैन चालक से उसे पिटवा दिया। यही नहीं चालक ने बच्चे के पैर रस्सी से बांधकर खिड़की से उल्टा लटकाकर पिटाई की। इसकी शिकायत करने पर आरोपी ने परिजनों को धमकाने के लिए उनके घर कुछ युवक भेज दिए। मॉडल टाउन थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की है।
घटना 13 अगस्त की है। स्कूल प्रबंधन ने डेढ़ महीने तक परिवार से इस घटना को छिपाए रखा। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद परिजनों को इसका पता चला। पुलिस को दी शिकायत में बच्चे की मां ने बताया कि प्रिंसिपल को शिकायत देने पर उनको बताया गया कि बच्चे के होमवर्क न करने पर शिक्षिका ने वैन चालक अजय को बुलाया था।। अजय मासूम को स्कूल की ऊपरी मंजिल पर कमरे में ले गया।
पैर बांधकर खिड़की से उल्टा लटकाया
वहां पहले बच्चे को पीटा, फिर रस्सी से पैर बांधकर खिड़की से उल्टा लटका दिया। उसने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया। उसने वीडियो साथियों को भी भेजा। बाल कल्याण समिति ने भी मामले को गंभीरता से लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
प्रिंसिपल बोलीं- चालक को हटा दिया
प्रिंसिपल रीना ने बताया कि चालक काफी समय से बच्चे को परेशान कर रहा था। वैन में भी बच्चों को धमकी देता था। उसने मनीषा हत्याकांड का वीडियो भी बच्चों को दिखाया था। 30 अगस्त को चालक को नौकरी से हटा दिया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वह लगातार वीडियो अपलोड कर धमकी दे रहा है। उसने पिस्तौल की फोटो डाल धमकी दी है।
वीडियो देखकर हैरान रह गई मां
पीडि़त बच्चे की मां ने पुलिस को बताया कि शनिवार को इंस्टाग्राम पर वीडियो देखकर वह हैरान रह गईं। यह उन्हीं का बेटा था। उन्होंने तुरंत प्रिंसिपल से शिकायत की, तो स्कूल सक्रिय हुआ।
45 दिनों तक स्कूल ने घटना दबाई रखी
सृजन पब्लिक स्कूल जाटल रोड में बच्चे को रस्सी से बांधकर उलटा लटकाने का मामला स्कूल प्रबंधन ने 45 दिन तक दबाए रखा। स्कूल प्रबंधन ने भी इस पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। जब वीडियो वायरल हुआ तो खलबली मची। अभिभावक ही शिकायत लेकर पहुंचे। अब बाल कल्याण समिति भी इस मामले की जांच करेगी। सोमवार को टीम को स्कूल भेजा जाएगा। स्कूल में गृह कार्य न करने पर शिक्षिका ने 13 अगस्त को बच्चे को डांटा था। हैरानी की बात यह है कि इसके बाद उसने स्कूल के वैन चालक से डांटने के लिए कहा। जिसके बाद वह बच्चे को अपने कमरे में ले गया और उसे उलटा लटकाया।
इस पर किसी ने कुछ नहीं कहा। डर के कारण बच्चे ने भी अपने घर पर इसका जिक्र नहीं किया। शनिवार को बच्चे की मां के इंस्टाग्राम पर वीडियो आया तो इसका खुलासा हुआ। जिसके बाद वह सीधे स्कूल में पहुंचे। लेकिन प्रिंसिपल ने भी इसकी जानकारी होने से इन्कार कर दिया। प्रिंसिपल का कहना है कि वह 15 अगस्त की तैयारी में जुटी थी। उनके सामने यह घटना नहीं हुई। उन्हें भी वीडियो वायरल होने के बाद ही इसके बारे में पता चला। बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. मुकेश आर्य ने कहा कि यह गंभीर मामला है। समिति की ओर से इसकी जांच की जाएगी। सोमवार को स्कूल में शिक्षक और स्कूल प्रबंधन से बात की जाएगी।