इस संबंध में लोकायुक्त एसपी अंजुलता पटले ने बताया कि ग्राम कौडिय़ा स्लीमनाबाद जिला कटनी निवासी शिवप्रसाद कुशवाहा ने परमलोक धाम आश्रम सेवा समिति का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए रजिस्ट्रार फर्म एवं संस्थाएं में आवेदन दिया। जहां पर पदस्थ महिला क्लर्क प्रीति ठाकुर ने 5 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। जिसपर शिवप्रसाद कुशवाहा ने जबलपुर में लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर एसपी अंजुलता पटले से शिकायत की। इसके बाद आज रजिस्ट्रार आफिस पहुंचकर क्लर्क प्रीति ठाकुर को पांच हजार रुपए की रिश्वत दी। तभी लोकायुक्त ट्रेप दल की डीएसपी नीतू त्रिपाठी, इंस्पेक्टर रेखा प्रजापति, बीएस नरवरिया सहित अन्य स्टाफ ने दबिश देकर क्लर्क प्रीति ठाकुर को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। महिला क्लर्क प्रीति ठाकुर के रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने की खबर से आफिस में हड़कम्प मच गया। देखते ही आफिस के अन्य कर्मचारी एकत्र हो गए, जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही। लोकायुक्त पुलिस ने क्लर्क प्रीति ठाकुर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन) 2018 की धारा-7,13(1), 13(2) के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है।