दमोह। दमोह के पटेरा स्थित शिकारपुरा गांव में आज दोपहर करीब 2 बजे दमोह-पटेरा मार्ग हरपालपुरा तिराहे पर प्रदर्शन किया गया। एक दिन पहले गांव में किसान दशरथ लोधी लाश मिली थी। जिसके विरोध में परिजन ने जाम लगा दिया। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण भी मौजूद रहे। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी परिजनों और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

बताया गया है कि 18 सितंबर की सुबह गांव के सरपंच आनंदी लोधी के चचेरे भाई देवेंद्र लोधी की गांव के ही मोती सिंह ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड का एक लाइव वीडियो भी सामने आया था। पुलिस ने आरोपी मोती सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अब 9 दिन बाद बीती शाम मृतक देवेंद्र के बड़े भाई दशरथ लोधी का शव खेत में मिला। परिवार के सदस्य दशरथ को जिला अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद आज दोपहर परिवार के लोग शव लेकर गांव पहुंचे और पटेरा हाईवे पर हरपालपुरा तिराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप है कि देवेंद्र लोधी की हत्या के आरोपी मोती लोधी के बेटों गनपत, मोहित और उमेश ने दशरथ लोधी की हत्या की है। उनका यह भी आरोप है कि पटेरा पुलिस ने पहले मामले में ठीक से कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण आरोपियों ने उनके दूसरे परिजन की हत्या कर दी। परिजनों की मांग है कि आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाए और पटेरा टीआई सरोज सिंह को निलंबित किया जाए। सूचना मिलने पर हटा एसडीओपी प्रशांत सुमन और भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। जो ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं।