प्रत्येक उपभोक्ता पर 50 हजार रुपए से अधिक का बिजली बिल बकाया था। न्यायालय में पेश किए जाने के बाद गिरफ्तार किए गए उपभोक्ताओं के परिजनों ने एमपीईबी कार्यालय में बकाया राशि का भुगतान किया। भुगतान की रसीद न्यायालय में प्रस्तुत करने पर चारों को चेतावनी देकर रिहा कर दिया गया। यह कार्रवाई वर्ष 2021.22 के बकाया प्रकरणों से जुड़ी है। हालांकिए इस कार्रवाई से ग्रामीण उपभोक्ताओं में नाराजगी है। उनका कहना है कि 13 सितंबर को नागौद ब्लॉक में नेशनल लोक अदालत का आयोजन होना है। उन्होंने बिजली कंपनी से वहां बिल जमा करने की बात की थी। इसके बावजूद बुजुर्ग उपभोक्ताओं को गिरफ्तार किया गया।