मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवाओं को नौकरी मांगने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनना चाहिए। इसका अभियान सरकार के माध्यम से चल रहा है। आज 7832 विद्यार्थियों को स्कूटी दे रहे हैं। सच में स्कूटी तो क्या मिल रही है यह वर्तमान के समय में प्रतिभावान विद्यार्थियों की ऊंचाई हासिल करने के लिए एक गति वाहन हैए जो आपके भाग्य के साथ जुड़ रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने 12वीं के टॉपर कोमल पाठक सहित अन्य विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबी सौंपी। वहीं सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल गुनगा की छात्रा हर्षिता यादव के साथ स्कूटी पर बैठे। सीएम ने छात्रा से पूछा गिरा तो नहीं दोगी। इस दौरान मध्यप्रदेश में 12वीं के टॉपर 7832 विद्यार्थियों के बैंक खातों में स्कूटी खरीदने के लिए राशि जमा कराई गई। 20 लाख से ज्यादा छात्रों को सैनिटरी पैड के लिए 61 करोड़ रुपए दिए गए। ये प्रति छात्राओं को 300 देने की शुरुआत है।
कांग्रेस राज में पेन का ढक्कन तक नहीं मिला-
सीएम ने कहा कि विद्यार्थियों का कितना अच्छा भाग्य है। मंच पर बैठे हम लोगों ने कांग्रेस के शासनकाल में हायर सेकेंडरी, बीएससी, एलएलबी, पीएचडी की थी। लैपटॉप तो छोड़ो हमें कभी पेन का ढक्कन तक नहीं मिला है।
5 लाख लैपटॉप, एक करोड़ साइकिल दीं
सीएम ने कहा अभी तक 5 लाख से अधिक बच्चों को लैपटॉप दिए हैं। जिन पर 1300 करोड़ रुपए खर्च हुए। छठी और नौवीं के ऐसे बच्चे जिनका घर 4 किलोमीटर से दूर हैए उन्हें एक करोड़ साइकिल दीं। इन पर 3000 करोड़ रुपए खर्च हुए। 30 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को हमने स्कूटी दी है।
लाइसेंस बनवा लें, हेलमेट जरूर लगाएं-
स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि ये बच्चे कॉलेज में पढऩे जाएंगे, तब बेहतर शिक्षा में यह स्कूटी पंख लगाने का काम करेगी। मेरा आग्रह है कि स्कूटी चलाने से पहले अपना लर्निंग लाइसेंस जरूर बनवा लें। हेलमेट का इस्तेमाल करें और निर्धारित गति पर ही चलाएं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि स्कूल के बच्चों को एक महीने में तीसरी बार मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिल रहा है।
बालिकाओं के खाते में सीधे 300 रुपए पहुंचेंगे
मुख्यमंत्री डॉण् यादव इस अवसर पर 20 लाख 37 हजार 439 बालिकाओं को स्वच्छता और हाइजीन के लिए लगभग 61 करोड़ रुपए का देंगे। यह राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के तहत कक्षा 7वीं से 12वीं तक की बालिकाओं को प्रतिवर्ष 300 रुपए की राशि सीधे बैंक खाते में दी जाती है।