जम्मू-कश्मीर के डोडा में फटा बादल, अब तक चार लोगों की मौत, वैष्णो देवी यात्रा रोकी

जम्मू. जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में मंगलवार को बादल फटने की घटना से भारी तबाही मची है। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। यह घटना किश्तवाड़ में हाल ही में बादल फटने की घटना के बाद हुई, जिसने क्षेत्र में पहले ही भारी नुकसान पहुंचाया था। वहीं लगातार बारिश के चलते प्रशासन ने वैष्णो देवी यात्रा को रोक दिया है.

डोडा प्रशासन ने आज सुबह रेड अलर्ट जारी कर दिया है और लोगों से नदियों व जल के श्रोतों के पास न जाने की अपील की है. लगातार हो रही बारिश और बादल फटने की वजह से नदी नले उफान पर हैं. जिले के भलेसा, थाथरी और मरमत में बादल फटने से कई जगहों पर अचानक बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है.

इस इलाके में तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. इस इलाके में बादल फटने से चिनाब नदी में अचानाक पानी का स्तर बढ़ गया. नदी का जलस्तर बढऩे से हृ॥ 244 का एक हिस्सा टूट गया है. प्रशासन की टीम उसे ठीक करने में जुटी हुई है. इन घटनाओं में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है. इनमें से दो गंधोर में और एक ठठरी सबडिवीजऩ के हैं. अब तक 15 रिहायशी घर क्षतिग्रस्त हुए हैं.

बहे घर और पुल

गौशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है. इसके साथ एक निजी स्वास्थ्य केंद्र को भी नुकसान पहुंचा है. तीन पैदल पुल बह गए हैं. कई घर भी इसकी चपेट में आए हैं. चिनाब नदी का उच्चतम जलस्तर 900 फीट के करीब पहुंच चुका है. वर्तमान में यह 899.3 मीटर पर है. चिनाब नदी के आस-पास और चिनाब नदी से सटी सड़कों पर लोगों की आवाजाही सीमित कर दी गई है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

रोकी
गई वैष्णो देवी यात्रा

जम्मू में लगातार हो रही तीन दिन से बारिश से हालात बद्तर होता जा रहा है. डोडा में बादल फटने की घटना से हुई तबाही के चलते स्थानिय लोगों में दहशत का माहौल है. इसके चलते प्रशासन ने वैष्णो देवी यात्रा को फिलहाल रोक दिया है.

Post a Comment

Previous Post Next Post