खबर है कि डकैतों ने छत्तीसगढ़ में भी बैंक डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। जिन्हे पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। इस दौरान मादक पदार्थ अधिनियम के मामले में पाटन निवासी रईस भी जेल में बंद था। इस दौरान आरोपियों की जेल में रईस से मुलाकात हुई। जेल से बाहर आने पर सभी ने खितौला के इसाफ बैंक में डकैती डालने की साजिश रची। आरोपी जबलपुर पहुंचे और रईस खान के साथ मिलकर खितौला बैंक में वारदात को अंजाम दिया। पुलिस को रईस के पास से नगदी करीब ढाई लाख रुपए मिले है। मामले में रईस के एक साथी बबलू की भी पुलिस तलाश कर रही है। इस साजिश का खुलासा करने में मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड की अहम भूमिका रही। पुलिस को रईस के कॉल रिकॉर्ड से जानकारी मिली थी कि डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले तीन अन्य डकैतों ने राईस को बताया था कि वे बिहार के रहने वाले हैं, हालांकि पुलिस इसका पता लगा रही है। इसके लिए राजगढ़ पुलिस से भी सम्पर्क कर वहां हुई डकैती, गिरफ्तारी व फरारी की जानकारी ली जा रही है। बाहर से आए डकैत पूरा सोना लेकर भागे है, जिन्होने रईस व बबलू को ढाई लाख रुपए दिए है। खबर है कि पुलिस ने यह राशि जब्त कर ली है।