मोबाइल चोरी की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे युवक को थाना में बंद कर बेरहमी से पीटा, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया थाना का घेराव


कटनी। बहोरीबंद थाना कटनी में मोबाइल गुमने की रिपोर्ट लिखाने पहुंचे युवक को बंद कर पुलिस कर्मियों से बेरहमी से पीटा, जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटे आई है। युवक की हालत को देखते ही परिजनों ने स्थानीय अस्पताल पहुंचाया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर के मेडिकल अस्पताल रेफर किया गया। इस घटना से आक्रोशित परिजनों व क्षेत्रीय लोगों ने आज थाना का घेराव कर प्रदर्शन शुरु कर दिया। प्रदर्शन के दौरान लोगों ने मांग की है कि दोषी पुलिस कर्मियों व टीआई को सस्पेंड किया जाए। 

                                  बताया गया है कि कुआं धनैया गांव में रहने वाले 35 वर्षीय संतोष पटेल 9 अगस्त को सिदूरसी गांव स्थित अपनी ससुराल गया हुआ था। जहां से संतोष का मोबाइल चोरी हो गया। मोबाइल चोरी होने की शिकायत लेकर संतोष बीती रात दो बजे के लगभग 2 बजे बहोरीबंद थाने पहुंचा। जहां पर आरक्षक अजय कुमार व आरक्षक धीरज से मोबाइल चोरी होने की जानकारी दी। दोनों पुलिस कर्मियों ने शिकायत सुनने के बजाय संतोष पर ही चोरी का आरोप लगाते हुए बड़ी बेरहमी से पीटा। जिससे संतोष के शरीर पर गंभीर चोटें आई। वहीं किसी तरह घर पहुंचा और परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी। परिजनों ने पहले तो उसे पहले बहोरीबंद अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां हालत बिगडऩे पर  जबलपुर मेडिकल अस्पताल रेफर कर दिया गया है। थाना में पुलिस कर्मियों द्वारा की गई मारपीट की खबर मिलते ही ग्रामीणजन एकत्र हो गए, जिन्होने आज आक्रोश व्यक्त करते हुए थाना का घेराव कर प्रदर्शन शुरु कर दिया। प्रदर्शन की सूचना मिलने पर एसडीएम और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की। इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार डेहरिया ने बताया कि पुलिस पर मारपीट के आरोपों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा हमने आवेदन मांगे हैं। पूरे मामले की गंभीरता से जांच होगी और तथ्यों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

पत्नी बोली, फरियादी को चोर बना दिया

पीडि़त की पत्नी लक्ष्मी बाई पटेल का कहना है कि मेरे पति तो थाने में फरियाद लेकर गए थे लेकिन उनके ऊपर उलटा चोरी का इल्जाम लगाकर अपराधियों की तरह पीटा गया है। उनके पीठ, पैर एवं पीछे के हिस्से में डंडे से पीटने के निशान बने हुए हैं। मेरे पति निर्दोष हैं। हमारी मांग है कि मारपीट करने वाले पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया जाए। वहीं करीब 5 घंटे से चल रहे धरने को पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया है।


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