नई दिल्ली. अगले महीने (सितम्बर) शुरू होने वाले एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट से पहले भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले महामुकाबले को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के बीच, दिग्गज क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने भारतीय टीम से पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार करने की मांग की है।
एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में हरभजन सिंह ने कड़े शब्दों में कहा, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। हम उनको इतनी अहमियत क्यों देते हैं? हमारे जवान घर नहीं लौट पाते और हम उनके साथ क्रिकेट खेलने चले जाते हैं।
उन्होंने सीमा पर तैनात जवानों के सर्वोच्च बलिदान का जिक्र करते हुए कहा, मेरे लिए हमारे देश का वो जवान जो सरहद पर खड़ा है, उसका परिवार, उसका सर्वोच्च बलिदान सबसे ऊपर है। यह तो बहुत छोटी सी बात है कि हम उनके सम्मान में एक क्रिकेट मैच न छोड़ सकें। हरभजन सिंह से पहले भी कई राजनीतिक हस्तियां इस मैच का विरोध कर चुकी हैं। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी संसद में यह मांग उठा चुके हैं, जबकि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी हाल ही में बीसीसीआई और सरकार पर निशाना साधा था।
गौरतलब है कि हाल ही में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लिजेंड्स में हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना और पठान बंधुओं जैसे दिग्गजों ने पाकिस्तान लिजेंड्स के खिलाफ लीग मैच और सेमीफाइनल का बहिष्कार किया था। तब इन खिलाडिय़ों ने स्पष्ट कहा था कि उनके लिए देश सबसे पहले है।
14 सितंबर को है भारत-पाकिस्तान मुकाबला
एशिया कप का आगाज 9 सितंबर से हो रहा है। भारत अपना पहला मैच 10 सितंबर को यूएई से खेलेगा, जबकि 14 सितंबर को उसका मुकाबला चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होना है। लंबे समय से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाती है, लेकिन वे आईसीसी और एसीसी टूर्नामेंट्स में एक-दूसरे के खिलाफ न्यूट्रल वेन्यू पर खेलते आए हैं। फिलहाल बीसीसीआई की तरफ से मैच के बहिष्कार को लेकर कोई संकेत नहीं मिला है, लेकिन राजनीतिक दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है।