विशेष मुलाकात: जेल में रक्षा बंधन में राखी बांधने पहुंची बहनें
जबलपुर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस केन्द्रीय कारागार में शनिवार को रक्षाबंधन पर बंदी भाईयों की कलाई पर राखी बंधते ही उनकी आंखें छलछला गई। जेल की विेशेष मुलाकात में तीन हजार से अधिक बहनों ने जेल परिसर में पहुंचकर भाईयों को राखी बांधी।
नेताजी सुभाषचंद्र बोस केन्द्रीय जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने पर्व पर बंदियों को अपनी बहनों एवं बहनों को अपने भाईयों से रक्षा बंधन त्यौहार में राखी बांधने के लिए विशेष मुलाकात की व्यवस्था की थी। इसमें पानी पीने, चिकित्सा, बीमारी-वृद्ध महिलाओं के लिए व्हीलचेयर आदि की व्यवस्था की गई थी। जेल की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए जेल अधिकारी-कर्मचारियों को मुलाकात व्यवस्था का अलग-अलग दायित्व सौंपा गया था।
जेल प्रशासन के मुताबिक 1561 बंदी-हवालाती पुरुष बंदियों से दूर दराज से आई लगभग 3707 माताओं-बहनों एवं उनके साथ 1015 बच्चों ने अपने-अपने भाईयों को कुमकुम का तिलक लगाकर रक्षा सूत्र बांधकर मिष्ठान खिलाया। जेल में परिरूद्ध 27 बंदी-हवालाती महिला बंदियों से भाईयों ने राखी बंधवाई। कुल 4722 बहनों-भाईयो एवं परिजनों ने कुल 1588 पुरूष-महिला बंदी से जेल पर आकर रक्षा बंधन का पवित्र त्यौहार बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया।
कैंटीन से दिया राखी किट
सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जेल कैंटीन के माध्यम से बंदियों के लिए राखी, मिठाई, कुमकुम एवं फल की व्यवस्था जेल प्रशासन द्वारा की गई थी। मौके पर जेल चिकित्सक डॉ लक्ष्मण शाह, जेल उप अधीक्षक मदन कमलेश, यशवंत सिंह माझी, गणेश सिंह, रूपाली मिश्रा का सहयोग रहा।