प्रेमानंद महाराज के स्वरूप में गणपति की प्रतिमा स्थापित की, लोग बोले, संत सनातन धर्म का प्रचार कर रहे, न्यायाधीश के रूप में भी विराजे विनायक

 

दमोह। इस साल दमोह में गणेश उत्सव के दौरान दो विशेष प्रतिमाएं श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रही हैं। सिविल वार्ड 7 में वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज के स्वरूप में गणपति की प्रतिमा स्थापित की गई है। प्राकृतिक सामग्री से निर्मित आश्रम की कुटिया में यह प्रतिमा विराजमान है। 
                                                         सिद्धी विनायक गणेशोत्सव समिति के सदस्यों ने बताया कि 25 वर्षों से यहां गणेश प्रतिमा की स्थापना की परंपरा चली आ रही है। इस वर्ष प्रेमानंद महाराज के स्वरूप को चुना गया है। लोग बोले, महाराज सनातन धर्म के प्रचार और युवाओं को मार्गदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर गणेशोत्सव समितियों ने थीम आधारित पंडाल सजाए हैं। रंग-बिरंगी लाइटों से सजे ये पंडाल क्षेत्र को जगमगा रहे हैं। प्रतिदिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन विशेष प्रतिमाओं के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।

गणेश प्रतिमा न्यायाधीश के रूप में विराजमान-

जिला न्यायालय परिसर में 9 वर्षों से स्थापित होने वाली गणेश प्रतिमा इस बार न्यायाधीश के रूप में विराजमान है। पंडित राम स्वरूप शास्त्री के अनुसार पंडाल को न्यायाधीश के चैंबर के रूप में सजाया गया है। इसमें जज का चैंबर, भारतीय चिह्न, घड़ी व कानून की किताबों का प्रदर्शन किया गया है।


Post a Comment

Previous Post Next Post