यरूशलेम. इजराइल की प्रसिद्ध और ऐतिहासिक सी ऑफ गैलिली झील इन दिनों अपने बदले हुए रंग को लेकर दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। झील का पानी अचानक रहस्यमयी तरीके से लाल हो गया है, जिसे देखकर स्थानीय लोग और पर्यटक हैरान और सहमे हुए हैं। इस अजीबोगरीब घटना ने एक बार फिर ग्लोबल वार्मिंग के खतरनाक प्रभावों की ओर ध्यान खींचा है।
शुरुआत में पानी के लाल रंग को लेकर लोगों में तरह-तरह की अफवाहें और डर का माहौल बन गया। हालांकि, जब अधिकारियों ने पानी के नमूनों की जांच की, तो सच्चाई सामने आई। जांच में पाया गया कि पानी का रंग बदलने की मुख्य वजह बोट्रीओकोकस ब्राउनी नाम की एक हरी काई है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्लोबल वार्मिंग के कारण क्षेत्र के तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे इस काई को पनपने के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है। यह काई जब सूरज की तेज रोशनी के संपर्क में आती है, तो एक विशेष प्रकार का लाल रंग का पिगमेंट छोड़ती है। इसी पिगमेंट के कारण पूरी झील का पानी लाल दिखाई दे रहा है।
इजराइली अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पानी का रंग भले ही बदल गया हो, लेकिन यह इंसानों के इस्तेमाल के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि, इस घटना ने झील के जलीय जीवन पर एक गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। काई की मोटी परत के कारण सूरज की रोशनी झील की गहराइयों तक नहीं पहुंच पा रही है, जिससे ऑक्सीजन का स्तर कम हो रहा है और मछलियों समेत अन्य समुद्री जीवों का जीवन संकट में पड़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इस तरह की घटनाएं अब दुनिया भर की झीलों और समुद्रों में आम होती जा रही हैं, जो एक बड़ी पर्यावरणीय चेतावनी है।