फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी पाने वाले एसटीएफ के निशाने पर
ग्वलियर। ग्वालियर मेडिकल कॉलेज एसटीएफ के राडार पर आ गया है। टीम ने तीन फर्जी प्रमाण पत्रों पर डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे थे। ये डॉक्टर ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में हैं। गौरतलब है कि एसटीएफ ने अपनी जांच में पीडब्ल्यूडी, पुलिस, राजस्व और स्वास्थ्य विभाग में फर्जी प्रमाण-पत्र से नौकरी पाने वालों की सूची तैयार कर ली है।
कई जिलों में पदस्थ हैं आरोपी
राजधानी भोपाल में फर्जी जाति प्रमाणपत्र पर सरकारी नौकरी करने वालो के ख़िलाफ़ एसटीएफ में हुई शिकायत के बाद ग्वालियर एसटीएफ मामले की गहन जांच में जुटी है। बीेते माह एसटीएफ ने 25 लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है, जिसमे 6 नामजद और 19 अन्य हैं। ये अधिकारी व कर्मचारी ग्वालियर चंबल अंचल के साथ ही इंदौर, शाजापुर, बैतूल, होशंगाबाद और विदिशा में नौकरी कर रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज मांगी जानकारी
एसटीएफ के सामने ग्वालियर के 3 डॉक्टर के नाम सामने आए हैं, जो ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के जयारोग्य अस्पताल समूह में पदस्थ हैं। एसटीएफ ने ग्वालियर के एक एग्जिक्यूटिव इंजीनियर को भी अनुसूचित जाति के फ़र्ज़ी प्रमाणपत्र पर नौकरी करते पाया है। इस मामले पर जीआरएमसी डीन डॉ आरकेएस धाकड़ कहना है उन्हें इतना पता है कि कुछ दिन पहले एसटीएफ के लोग आए थे, जिसमे कुछ लोगों की कोई पुरानी जांच के संबंध में दस्तावेज मांगे थे, जो उन्हें उपलब्ध कराये गए थे।
ग्वालियर एसटीएफ जांच अधिकारी भूपेंद्र गुर्जर ने बताया कि गोपनीय शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ द्वारा दस्तावेजों की जांच और सत्यापन कराया गया। जाति प्रमाणपत्र संबंधित कार्यालय से जारी नहीं किए गए, जिसके आधार पर लोगों ने अलग.अलग विभागों में नौकरियां हासिल की।