भोपाल. मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से बारिश के विश्राम के पश्चात अब एक बार फिर इसका असर दिखाई देने लगा है। फिलहाल बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। इसके अलावा विदर्भ पर भी कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। अलग-अलग लगभग पांच मौसम प्रणालियां बनी हुई है। इनकी वजह से मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है।
सोमवार की बात करें तो हरदा, देवास, नर्मदापुरम, सीहोर सहित 14 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं रविवार को टीकमगढ़, जबलपुर, शिवपुरी, खंडवा, श्योपुर, पचमढ़ी, जबलपुर, दमोह में बारिश का दौर देखने को मिला।
एक्टिव है मौसम की यह प्रणाली
मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र निर्मित है। यह उत्तर पश्चिम में दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगर यह ऐसे ही आगे बढ़ता रहा तो अवदाब का क्षेत्र निर्मित होने की संभावना है। विदर्भ और उसके आसपास के इलाके में भी कम दबाव का क्षेत्र निर्मित है। यह सोमवार को गुजरात पहुंच सकता है। इसके अलावा एक द्रोणिका जैसलमेर से उदयपुर और रतलाम से निकलते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
इन स्थानों पर होगी बारिश
मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक हरदा, सीहोर, नर्मदापुरम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बैतूल, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा में भारी बारिश की संभावना है। अन्य जिलों में गरज चमक के साथ बौछार पड़ सकती है। भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। यहां हल्की से मध्यान और कुछ जगहों पर गरज चमक के साथ बौछारें पड़ेगी। मौसम विभाग ने लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है। तेज हवाएं, बिजली गिरने और जलभराव की आशंका है।