कटघोरा पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने तत्काल बचाव कार्य शुरू किया। उदय की तलाश के लिए एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर बुलाई गई है, लेकिन कई घंटों बाद भी उसका पता नहीं चल सका। पहले भी कोरबा में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ महीने पहले एसईसीएल कुसमुंडा खदान में चार अधिकारी तेज बहाव में बह गए थे, जिनमें से तीन को बचा लिया गया, लेकिन एक का शव 16 घंटे बाद बरामद हुआ था।
वन विभाग और स्थानीय लोगो ने रेलवे कर्मचारियों के लिए सुरक्षा उपकरणों और बारिश के दौरान नाले के पास अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर दिया है। प्रशासन ने तेज बारिश के दौरान जोखिम भरे क्षेत्रों में काम से बचने की सलाह दी है। उदय कुमार सिंह की तलाश जारी है और प्रशासन को उम्मीद है कि उसे जल्द सुरक्षित बचाया जाएगा।