मुम्बई के ·DCP क्राइम बनकर ठगों ने जबलपुर के वृद्ध से हड़पे 45 लाख रुपए, डिजीटल अरेस्ट कर कहा, आपके खिलाफ FIR हुई है

 

जबलपुर। जबलपुर में फिर एक वृद्ध ठगी का शिकार हो गए है। ठग ने वाट्सएप कॉल कर कहा कि मैं मुंबई क्राइम ब्रांच से मैं डीसीपी बोल रहा हूं। तुम्हारे खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत दर्ज हुई है। तुम्हें गिरफ्तार करने के लिए जल्द पुलिस आ रही है। अगर किसी से कुछ कहा तो जिंदगी भर जेल मे सड़ते रहोगे। कोई नहीं बचा पाएगा। इस तरह की धमकी से घबराए वृद्ध ने आरटीजीएस के जरिए ठग को 45 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। 

                                बताया गया है कि चेरीताल क्षेत्र में रहने वाले 70 वर्षीय वृद्ध शासकीय सेवा से रिटायर हुए है। बीते दिन वे घर में बैठे समाचार पत्र पढ़ रहे थे, इस दौरान वाट्सएप पर वीडियो काल आया, जिसमें एक पुलिस अधिकारी दिखाई दिया। जिसने कहा कि वह मुम्बई क्राइम ब्रांच से डीसीपी विजय खन्ना बोल रहा हूं, आपके खिलाफ यहां पर मनी लॉडि़्रंग की एफआईआर हुई है।  इतना सुनते ही 70 वर्षीय बुजुर्ग के होश उड़ गए। डर के कारण पुलिस अधिकारी बने ठग के कहने पर वृद्ध वैसा ही करते गए जैसा कहा जा रहा था। ठग द्वारा यही कहा जा रहा था कि तुम्हारे बैंक खाता और मोबाइल का उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग में किया जा रहा है। ठग ने इसके बाद बुजुर्ग को एक कमरे में जाकर दरवाजा अंदर से बंद करने को कहा। पुलिस अधिकारी बने ठग ने बुजुर्ग को धमकी दी कि मोबाइल का कैमरा बंद न हो। वॉट्सऐप कॉल पर बुजुर्ग को 24 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट किया गया और फिर 45 लाख रुपए आरटीजीएस के जरिए ठग लिए गए। बुजुर्ग को जब अहसास हुआ कि कॉल करने वाला पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि फ्राड हैए तब तक देर हो चुकी थी। इतनी बड़ी राशि ठगे जाने के बाद वृद्ध वीके कपूर ने  स्टेट साइबर सेल पहुंचकर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मामले में ठगी करने वाले की तलाश शुरु कर दी है। 

बेंगलुरु में फोन कर बेटे को दी जानकारी-

45 लाख रुपए ठगे जाने की जानकारी वीके कपूर ने अपने बेटे को दी, पिता की बात सुनते ही बेटा समझ गया कि किसी ने डिजिटल अरेस्ट कर 45 लाख रुपए ठग लिए गए हैं। बुजुर्ग वीके कपूर की शिकायत पर स्टेट साइबर सेल ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि जिस बैंक के खात में बुजुर्ग ने रुपए ट्रांसफर किए वह कोलकाता का है। 

इसके पहले भी हो चुकी है लाखों रुपए की ठगी-

गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी माह में रांझी क्षेत्र में रहने वाले वृद्ध दम्पति भी 56 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो चुके है। उन्हे भी डिजीटल अरेस्ट कर कर रुपए हड़पे। इसके बाद एक वृद्ध महिला को भी डिजीटल अरेस्ट कर 35 लाख रुपए की ठगी की गई है। 


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