मुम्बई। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की। यह मुलाकात विधान परिषद के सभापति राम शिंदे के कार्यालय में हुई। उनकी मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली। शिवसेना (यूबीटी) ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने आज महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस से एमएलसी अध्यक्ष के कार्यालय में मुलाकात की और उन्हें महाराष्ट्र में तीसरी भाषा के विचार और हिंदी थोपने का विरोध करने वाले समाचार लेखों का एक संग्रह दिया।
बैठक के दौरान ठाकरे ने श्री फडणवीस को हिंदीची शक्ति हविच कौशल (हिंदी को अनिवार्य बनाने की क्या ज़रूरत है) नामक पुस्तक भेंट की। बैठक में उद्धव ठाकरे के पुत्र व विधायक आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। शिवसेना (यूबीटी) के विधान पार्षद व विपक्ष के नेता अंबादास दानवे, जिनका कार्यकाल अगस्त में समाप्त हो रहा है, के विदाई समारोह के दौरान फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे को महायुति में शामिल होने का खुला प्रस्ताव दिया। फडणवीस ने कहा कि उद्धव अब हमें 2029 तक कुछ नहीं करना है। हमारे पास वहां (विपक्ष में) आने की कोई गुंजाइश नहीं बची है। लेकिन आपके पास यहां (सत्ता में) आने की गुंजाइश है। हम इस बारे में अलग तरह से सोच सकते हैं। हम अलग तरह से बात करेंगे। सभा के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि ये बातें हल्के-फुल्के अंदाज़ में हुईं। इसलिए इन्हें गंभीरता से लेने की ज़रूरत नहीं है। यह हल्की-फुल्की नोकझोंक थी और इसे इसी तरह देखा जाना चाहिए।