मानिकपुर (चित्रकूट)। रानीपुर टाइगर रिजर्व से सटे मध्यप्रदेश के जंगल में शनिवार की रात बाघ का पांच माह का शावक ट्रेन की चपेट में आ गया। मुकुंदपुर वन क्षेत्र स्थित जू में इलाज के दौरान रविवार की रात उसकी मौत हो गई।
मानिकपुर-मझगवां वन क्षेत्र के हजारा नाले के पास शावक रेल लाइन पार कर रहा था। ट्रेन के इंजन की टक्कर से वह छिटककर पटरी किनारे जा गिरा और घायल हो गया। चालक ने मझगवां स्टेशन पर स्टेशन मास्टर को जानकारी दी। वन विभाग के अधिकारी जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे। प्राथमिक इलाज मझगवां में किया। इसके बाद मुकुंदपुर जू सेंटर भेज दिया गया।
उसका इलाज कर रहे डॉ. नितिन गुप्ता ने बताया कि उसके सिर पर लगी चोट ज्यादा गंभीर थी। वह महज पांच माह का होने के कारण यह चोट सह नहीं सका।पोस्टमार्टम के बाद मौत के सही कारण की जानकारी होगी।