रीवा। यहां पर एक दंपती ने लोन चुकाने व दो करोड़ रुपए का बीमा क्लेम पाने के लिए दोस्त को कार में जिंदा जला दिया। इसके बाद स्वयं को मृत साबित करने साढ़ूभाई के घर जाकर छिप गया। पत्नी ने अधजले शव की पहचान पति के रूप में की। ससुर ने उसकी बात पर भरोसा करते हुए अंतिम संस्कार कर दिया। 7 दिन बाद उसे पता चला कि बेटा जिंदा है। आरोपी पति-पत्नी का नाम सुनील सिंह पटेल व पत्नी हेमा सिंह को मामले की जांच कर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।
खबर है कि ग्राम कंधवनिया राजापुर चित्रकूट निवासी हेमासिंह की शादी करीब दस वर्ष पहले ग्राम जवा कनपुरा जिला रीवा निवासी सुनील पटेल से हुई थी। एमबीए पास सुनील के पास 15 बीघा खेती की जमीन रही। एमबीए होने के कारण परिजनों को यह उम्मीद रही कि सुनील जल्द ही किसी बड़ी कंपनी में नौकरी करेगा। दोनों पढ़े लिखे थे तो शौक भी उसी हिसाब से थे, लेकिन सुनील ने नौकरी नहीं की और शराब सहित दूसरे महंगे शौक बढ़ते गए। आर्थिक हालात बिगड़ृने पर सुनील ने जनवरी 2024 में पत्नी को ब्यूटी पार्लर का कोर्स कराया और बैंक से 45 लाख रुपए का लोन लेकर पार्लर खुलवाया। जब किस्त भरना मुश्किल हुआ तो हेमा ताने देने लगी कि कमाते कुछ नहींए सब लोन पर ही चला रहे हो। पत्नी के तानों से परेशान होकर सुनील ने हार्वेस्टर लेने के लिए और लोन ले लिया। अक्टूबर 2024 में दो करोड़ की बीमा पॉलिसी भी कराई, लेकिन हार्वेस्टर की किस्त भी नहीं भर सका। घर की बढ़ती परेशानियों व पत्नी की तानों से तंग आकर सुनील ने बीमा की रकम पाने के लिए साजिश रची। दम्पती ने हत्या का आइडिया यू-ट्यूब पर तलाशा। साजिश के चलते सुनील ने अपनी कद-काठी के विनोद चौहान से दोस्ती की। इसके बाद विनय की हत्या करने के लिए रसोई गैस सिलेंडर और बड़ी मात्रा में कपूर खरीदा। 29-30 जून की रात विनय को इतनी शराब पिलाई कि बेहोश हो गया। उसे कार से उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र में ले गया। कार में सिलेंडर का नोजल खोला और कपूर में आग लगाकर गेट बंद करके भाग गया। कार में अधजली लाश मिलने की खबर पाते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए। 30 जून को सुनील के ससुराल वालों ने बताया कि कार में सुनील की लाश मिली है। पहले तो पिता को यकीन नहीं हुआ, क्योंकि सुनील कार लेकर उत्तरप्रदेश की ओर कभी नहीं गया था। मौके पर पहुंची पुलिस को बताया कि आल्टो कार में अधजली लाश मिली है। कार सगमेंद्र सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है जिसे दामाद लेकर गए थे। पुलिस ने मामले की जांच की तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस को एक व्यक्ति मिला जिसने सुनील को जिंदा देख लिया था, जिससे वारदात का खुलासा हो गया। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि दंपती ने साजिश में अपनी-अपनी भूमिका तय कर रखी थी। साजिश के के चलते सुनील का काम था किसी अनजान व्यक्ति से दोस्ती करना था। जो कद-काठी में उसी के जैसा हो। साथ ही यह भी पता करना कि उस व्यक्ति का फैमिली बैकग्राउंड क्या है ताकि उसकी मौत के बाद कोई उसे ढूंढने की कोशिश न करे।
महिला ने भी शव की पहचान पति सुनील के रुप में की-
खबर मिलते ही पत्नी हेमा व कुछ परिजन घटनास्थल पर पहुंच गए, देखा तो कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी। अधजले शव के पास सुनील का मोबाइल, पर्स व कुछ सामान पड़ा था। ये देखकर हेमा ने शव की पहचान सुनील के रूप में कर ली। फिर पिता अवध को भी संदेह नहीं रहा और मैंने शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
पड़ोस में रहने वाली बुआ ने भी देख लिया था-
पुलिस ने जब सुनील को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने कबूला कि योजना के तहत वह विनय को कार से लेकर निकला। इस दौरान पड़ोस में रहने वाली बुआ ने देख लिया था और हेमा से पूछा कि सुनील किसे लेकर गया है। लेकिन हेमा चुप रही। बाद में पुलिस ने पूछताछ में बुआ का बयान लियाए जिसके बाद रीवा से राजापुर तक के रास्तों और टोल नाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और सच सामने आ गया।
पत्नी ने अपनी भूमिका इस तरह से निभाई-
पत्नी हेमा का रोल था पुलिस, परिवार व गांववालों के सामने इस तरह एक्टिंग करना कि सबको यकीन हो जाए कि जली हुई लाश उसी के पति सुनील की है। लाश मिलने के बाद उसने अपनी मांग से सिंदूर पोंछा, मंगलसूत्र उतारा व गम में गमगीन रहने का नाटक किया। ठीक वैसे ही जैसे कोई विधवा हो।
कर्ज से उबरने रची थी साजिश-
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ में सुनील व हेमा ने बताया कि उन्होंने ब्यूटी पार्लर व हार्वेस्टर खरीदने के लिए 45 लाख रुपए का लोन लिया था। जिसकी किस्त चुकाना मुश्किल हो गया था। लोन चुकाने व बीमा की राशि पाने के लिए ये साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने जवा थाना क्षेत्र के कनपुरा गांव में विनय चौहान नाम का युवक मिलाए जो पिता की मौत के बाद नशे का आदी हो चुका था। सुनील ने विनय से दोस्ती की, उसे शराब व खाना खिलाकर भरोसे में लिया।
सुनील व उसकी पत्नी को जिंदा पकड़ लिया
पुलिस ने 6-7 जुलाई की देर रात रीवा जिले के आनंदपुर गांव से सुनील व उसकी पत्नी को पकड़ा। शव की पुष्टि के लिए विनय के भाई का डीएनए सैंपल लिया गया है। पुलिस ने सुनील व हेमा के खिलाफ हत्या, साजिश, धोखाधड़ी व सबूत नष्ट करने की धाराओं में मामला दर्ज किया है। मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम को एसपी ने 10 हजार रुपए का इनाम दिया।