रेलवे बोर्ड और डब्ल्यूसीआर के तानाशाही के विरोध में सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन
जबलपुर। पश्चिम-मध्य रेलवे के भोपाल रेल मंडल में शुक्रवार को रनिंग कर्मचारियों ने रेलवे बोर्ड और डब्ल्यूसीआर के तानाशाही रवैए के खिलाफ सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का कहना था कि डब्लयूसीआरएमएस ने समय-समय पर रनिंग स्टॉफ की समस्याओं को प्रशासन के सामने लाया है, लेकिन हर बार भरोसा दिलाकर मामले को टाल दिया जाता है। इससे कर्मचारी मानसिक रूप से परेशान हो गए हैं। प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण समस्याओं में कमी न आकर बढ़ती जा रही है। संघ ने विवश होकर भोपाल मंडल में 1 जुलाई से 4 जुलाई तक रनिंग कर्मचारियों द्वारा भोपाल मण्डल की समस्त लॉबियों में सांकेतिक विरोध प्रदर्शन के रुप में प्रशासन द्वारा प्रदत्त मोबाईल सिम को अपने जेब में रखकर विरोध किया। संघ की चेतावनी है कि भोपाल मण्डल में रनिंग स्टाफ की उक्त समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जायेगा तो रनिंग स्टॉफ उग्र आन्दोलन करने पर विवश होगा।
ये हैं समस्याएं
- आउट स्टेशन में 72 घंटे तक दबाव देकर रोका जाना, ओव्हर आर्वस ड्यूटी कराना, छोटे-छोटे स्टेशन पर बिना कोई सुविधा के रेस्ट रुम खोलना।
- रनिंग के मनमर्जी से लिंक व वीट में परिवर्तन करना, सीसीव्हीआरएस एवं मोबाईल फोन के 2.3 माह पुराने डाटा निकालकर एवं छोटी-छोटी गलतियों पर बेवजह डीएआर का उपयोग करना।
- अवकाश एवं साप्ताहिक विश्राम में मनमर्जी से रोकना, रनिंग स्टाफ की वेकेंसी न भरना एवं समय पर पदौन्नति न देना।