ट्र्क बनवाया और दिया टेस्टिंग का झांसा, कर्मचारियों को धक्का देकर उतारा, चालक चंपत


ट्र्क मालिक मेहनताना देने से मुकरा, पुलिस में दर्ज हुआ मामला

जबलपुर। सगड़ा बायपास से एक वर्कशॉप से एक ड्र्ाइवर ने ट्र्क बनवाया और वाहन की टेस्टिंग का झांसा देकर उसे वर्कशॉप से बाहर निकाला। इस दौरान उसके साथ वर्कशॉप के दो कर्मचारी सवार हो गए थे लेकिन ड्र्ाइवर ने चालाकी से सिवनी बायपास के पास कर्मचारियों को धक्का देकर वाहन से उतार दिया। ट्र्क मालिक वर्कशॉप को मरम्मत का दो लाख से अधिक बिल देने से मुकर गया। वर्कशॉप मैनेजर ने मामला पुलिस को सौंपा है।

तिलवारा पुलिस ने बताया कि सगड़ा बायपास स्थित जीडी ट्र्किंग प्रालि में ब्रेकडाउन करके ट्र्क क्रमांक एमएच 40 सीएम 0980 लाया गया था। दुर्घटनाग्रस्त इस ट्र्क की 15 दिनों तक मरम्मत की गई थी। मरम्मत के बाद 16 जुलाई को ट्र्क तैयार कर लिया गया था। उस दौरान मौजूद चालक ने ट्र्क ट्र्ायल लेने की इच्छा जताई गई। इस पर कंपनी ने अपने दो कर्मचारी अमित तिवारी और पूरन पटेल को ड्र्ाइवर के साथ भेजा। कंपनी में देर शाम तक ट्र्क वाहन नही ंआया। वर्कशॉप से दोनों कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क भी नहीं हुआ। शाम को दोनों कर्मचारी वापस आए और उन्होंने बताया कि ट्र्क चालक ने चकमा देकर दोनों को सिवनी बायपास पर धक्का देकर उतार दिया था और ट्र्क लेकर भाग गया था।

ट्र्क मालिक मेहनताना देने से मुकरा

पुलिस ने बताया कि मामले की रिपोर्ट में नरेश कुमार यादव ने बताया है कि इसकी जानकारी ट्र्क मालिक नागपुर निवासी विलास पोहेनकर को दूभाष पर दी गई तो उसका कहना था कि चालक से बातचीत करने के बाद वह उनके बिल के ढाई लाख रूपए चुका देगा, लेकिन समय गुजरता गया और ट्र्क मालिक मामले को टालता चला गया और अंत में पैसा देने पर मुकर गया था। 

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