मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस ने ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो हनीट्रैप में फंसाकर बुजुर्गों से लूटपाट करते थे. फिल्मी स्टाइल में ये लोग बुजुर्गों को निशाना बनाते थे. पहले सोशल मीडिया पर बुजुर्गों से चैटिंग कर गैंग की लड़कियां बुजुर्गों को मिलने के लिए अकेले में मिलने बुलाती. मगर वहां गैंग के अन्य मेंबर पहले से ही मौजूद रहते हैं. फिर इसके बाद बुजुर्गों को ब्लैकमेल कर उनसे वसूली की जाती. पुलिस ने इसी गैंग की दो महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
गैंग ने रिटायर्ड कर्मचारी को फंसा कर दस लाख की रंगदारी मांगी थी. गिरोह के सरगना सोनू समेत दो लोग फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है. गिरफ्तार लोगों में एक राहुल शर्मा पर गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट समेत आठ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं, उसके साथी राधेश्याम पर भी सात मामले दर्ज हैं. एक अन्य महिला साथी महक पिता की हत्या कर चुकी है, जिसमें वह जेल जा चुकी है.
पुलिस लाइन सभागार में एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया- चार हफ्ते पहले ठाकुरद्वारा के रहने वाले पीड़ित रिटायर्ड कर्मी को एक अनजान नंबर से कॉल आई. कॉल करने वाली युवती ने खुद को महक बताया और लगातार बातचीत कर नजदीकियां बढ़ाईं. फिर उन्हें सिविल लाइंस के एक फ्लैट पर बुलाया, जहां महिला ने उसे फुसलाकर अश्लील वीडियो बना ली. तभी कमरे में घात लगाकर बैठे महक के तीन साथी राहुल शर्मा, राधेश्याम और रानी बाहर निकले और केस में फंसाने की धमकी दी. चारों ने मिलकर दस लाख रुपये की मांग की.
पुलिस को देखते ही मचाया शोर
डर के मारे पीड़ित ने मौके पर 50 हजार रुपये दे दिए और बाकी लाने के बहाने चारों को अपनी कार में बैठाकर ले गया. रास्ते में जैसे ही कार सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में पहुंची, पीड़ित ने पुलिस को देखकर शोर मचा दिया. पुलिस ने तुरंत चारों को मौके पर दबोच लिया. पूछताछ में पता चला कि गैंग के दो और सदस्य सोनू शर्मा और अमन दूसरी कार से पीछा कर रहे थे, लेकिन पुलिस को देखकर भाग निकले.
जांच में खुलासा हुआ कि यह गैंग लंबे समय से ऐसे ही लोगों को सोशल मीडिया के जरिये फांसता था. रानी और महक सोशल मीडिया के माध्यम से बुजुर्ग पुरुषों की पहचान कर उन्हें जाल में फंसाती थीं. फिर इनकी गैंग उनसे लूटपाट करती थी. बुथाना प्रभारी मनीष सक्सेना के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और फरार दो अन्य साथियों की तलाश जारी है.
पहले भी कई को फंसा चुका है गिरोह
ये लोग पहले भी कई लोगों को फंसा चुके हैं. पूछताछ में इन्होंने स्वीकार किया कि कई व्यक्तियों को झूठे दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपये वसूले थे. मूल रूप से थाना नागफनी के दीवान का बाजार निवासी 35 वर्षीय महक फिलहाल सिविल लाइंस क्षेत्र के दीनदयाल नगर में किराये पर रहती है। वहीं, 28 वर्षीय रानी गुलाबरा का बाग, थाना नागफनी की रहने वाली है. ये दोनों सोशल मीडिया के जरिए ऐसे व्यक्तियों की तलाश करती थीं जो भावनात्मक रूप से कमजोर या अधिक सक्रिय हों. रिटायर्ड कर्मी, अशिक्षित व सामाजिक रूप से संवेदनशील लोग इनका आसान निशाना होते थे. फोन पर प्यार भरी बातें कर वे मिलने बुलातीं और मुलाकात के दौरान आपत्तिजनक वीडियो बना लिया जाता. मौके पर मौजूद उनके साथी ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते और मोटी रकम ऐंठते.
