फरवरी में शादी मई में बेदखली, दहेज लोभी मांग रहे थे पांच लाख और जेवर
जबलपुर। दहेज लोभियों के ऐसे-ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें उन्हें बहुओं से कुछ भी लेना-देना नहीं है। भले ही उनके बेटे का घर उजड़ जाए। ऐसे लोग शादी तो करवा देते हैं लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही वे अपने रंग में आ रहे हैं और दहेज की मांग को लेकर नवविवाहिता पर शारीरिक और मानसिक रूप से मायके से दहेज लाने पर दबाव बनाने लगते हैं। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें एक नवविवाहिता का तीन माह भी गृहस्थ जीवन नहीं चल सका। हुआ यह कि दहेज को लेकर ससुरालवाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे। शादी के तीन माह बाद नवविवाहिता की भाभी उससे मिलने पहुंची। ससुराल वालों ने बहू एवं उसकी भाभी से साफ कह दिया कि वे दहेज में पांच लाख और जेवरात लाएं तभी वे बहू को रखेंगे। बस फिर क्या था, ससुराल वालों ने नववधु और उसकी भाभी को घर से बेदखल कर दिया। पीड़ित महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी पति, सास, ससुर पर प्रकरण दर्ज कर लिया है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि बजरंग नगर, करमेता निवासी निधि दुबे उपाध्याय ने लिखित शिकायत की है कि उसका विवाह कृति परिसर, साकेत नगर, उखरी में रहने वाले अंशुल दुबे से 22 फरवरी को हिन्दू रीति-रिवाज से हुआ है। विवाह में उसके पिता ने अपनी सामर्थता के अनुसार गृहस्थी का सामान, सोने-चंादी के आभूषण एवं नगद रूपये दिये थे। शादी के कुछ दिनों बाद पति अंशुल दुबे, सास हेमलता दुबे, ससुर ओमप्रकाश दुबे कम दहेज मिलने को लेकर उसे ताना मारने लगे। वे उससे बोले कि- शादी में सोने की चैन अंगूठी, ब्रेसलेट तथा 5 लाख रूपये नहीं दिए। वे आए-दिन ताना देते हुए उसे शारीरिक एंव मानसिक रूप से प्रताडित करने लगे।
भाभी ने देखा- उसे की जा रही थी मारपीट
निधि ने अपने मायके में यह बात बतायी तो 23 मई को उसकी भाभी शिल्पा उपाध्याय उससे मिलने पहुंची। भाभी ने देखा निधि को कमरे में बंद कर मारपीट की जा रही थी। भाभी ने आपत्ति की तो भाभी के साथ भी धक्का-मुक्की कर मारपीट की और बोले कि यदि ननद को हमारे घर में रखना है तो, हमारी मांगे पूरी करो। मौके पर धमकी देते हुए ससुराल वालों ने भाभी के साथ उसे भगा दिया।
निठल्ला है पति
निधि ने बताया कि शादी के समय उसके पति को नौकरी किया जाना बताया गया था लेकिन हकीकत यह सामने आई कि वह कुछ भी नहीं करता है। वह निठल्ला है। घर पर ही रहता है।
भाई की फरियाद बेकार
बहन के उजड़ते घर को देखते हुए 26 मई को निधि के बड़े भाई शिवदास उपाध्याय उसे लेकर ससुराल आये। उन्होंने बातचीत करने की कोशिश की लेकिन सास एवं पति ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरीं नहीं होगी, वे उसकी बहन को नहीं रखेंगे। थक-हारकर भाई-बहन वापस आ गए।