पुलिस के मुताबिक, भजन गायक राज भदौरिया अपने बड़े भाई अर्जुन भदौरिया और जीजा के साथ गुरु पूर्णिमा पर स्नान करने यहां आए थे। राज और अर्जुन नदी के बीच बने फव्वारे तक पहुंच गए। इसी दौरान राज का पैर फव्वारे की रेलिंग में फंस गया। जिससे वह पानी में डूब गए।
मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। वाटर बोट की मदद से रेस्क्यू किया गया। स्थानीय निवासी कृष्णा पाल चौहान ने राज को पानी से बाहर निकाला। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरकंटक ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।
अमरकंटक के एक आश्रम के शिष्य थे राज राज भदौरिया भिंड के बालनपुर के रहने वाले थे। वे अमरकंटक स्थित एक आश्रम के शिष्य थे। वह एक उभरते हुए भजन गायक थे। आश्रम में रहकर अध्ययन कर रहे थे। उनका व्यवहार विनम्र और अध्यात्म के प्रति समर्पित था।
एक दिन पहले अपलोड की रील राज भदौरिया सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहते है। जिस नर्मदा नदी के जिस रामघाट पर डूब कर राज की मौत हो गई। उसी रामघाट पर बैठकर बनाई एक रील राज ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक दिन पहले ही अपलोड की थी। इस रील में वे 'अकेले है चले आओ, जहां हो तुम' गाना गा रहे हैं। उनके साथ ढोलक पर संगत दे रहे हैं।