पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हीराबाई चौधरी उम्र 70 वर्ष अपनी 15 व 17 साल की नातिनों के साथ जयप्रकाश नारायण वार्ड में रहती थीं। बीती रात दस बजे के लगभग खाना खाने के बाद हीराबाई और दोनों नातिन सो गईं। इस दौरान अज्ञात बदमाश घर के अंदर आया और जिसने वृद्धा व दोनों बालिकाओं को बेहोशी की दवा छिड़ककर बेहोश कर दिया। इसके बाद हाथ, पैर बांधकर हीराबाई की गला घोंटकर हत्या कर दी। आज दोपहर 12 बजे के लगभग हीराबाई की बेटी लक्ष्मी चौधरी मां को देखने पहुंची तो बाहर का दरवाजा खुला था। दोनों भतीजी बेहोशी की हालत में पड़ी जिनके हाथ व पैर बंधे हुए थे। वहीं हीराबाई मृत हालत में पड़ी जिनके गले में चोट के निशान रहे। महिला लक्ष्मी ने आरोप लगया कि मां हीराबाई की गला घोंटकर हत्या की गई है। हीराबाई की हत्या की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई, देखते ही देखते मोहल्ले के कई लोग एकत्र हो गए, जिनके बीच घटना को लेकर तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही। खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए, जिन्होने पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरु कर दी है। पुलिस को पूछताछ में परिजनों ने कहा कि पड़ोसी से लम्बे समय से विवाद चल रहा है, संभवत : उसने ही हीराबाई की गला घोंटकर हत्या की है।
पुलिस को पूछताछ में हीराबाई की पोतियों ने कहा कि सुबह के वक्त कोई व्यक्ति आया था। जिसने बेहोशी की दवा छिड़ककर हमें बेहोश किया, इसके बाद हाथ.पैर बांधकर दादी को मार दिया।
वृद्धा के चेहरे व मुंह में भी चोट,
इधर मृतका के बेटे अनिल ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि मां के चेहरे व मुंह पर चोट के निशान थे। उनका कहना है कि पड़ोसियों से मारपीट का विवाद भी चल रहा है। अनिल ने बताया कि आज काफी देर तक जब मां और दोनों बेटी नहीं उठीं तो जाकर देखा। तीनों जमीन पर लेटी हुई थींए मां की मौत हो गई थी। जबकि लड़कियां बेहोश थींए वह भी नहीं बता पा रही हैं कि कौन आया और वारदात को अंजाम दिया।